- दिलावर मीर को पीडीपी ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया
- जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू से दिलावर मीर ने की थी मुलाकात
- उप राज्यपाल- मीर मुलाकात को पीडीपी ने माना अनुशासनहीनता
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में अमन की बयार बह रही है। लेकिन पीडीपी को लगता है कि नियमों की बेड़ियों में पांव बंधे हुए हैं और सरकार ने जनप्रतिनिधियों के मुंह पर ताले लगा दिये हैं। इसके उलट जब पीडीपी के एक नेता दिलावर मीर मे जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू से मुलाकात की तो उन्हें महबूबी मुफ्ती ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
दिलावर मीर ने Times Now से खास बातचीत में कहा कि वो और पार्टी के कुछ लोग व्यक्तिगत हैसियत से लेफ्टिनेंट गवर्नर साहब से जाकर मिले थे, उनके जाने के पीछे का मकसद सिर्फ इतना था कि वो लोगों की समस्याओं को उनके सामने रखना था। वो कहते हैं कि आखिर आम लोगों की दिक्कतों के संबंध में जब उन्होंने मुलाकात की तो गलती क्या थी।
दिलावर मीर का कहना है कि उनका कोई व्यक्तिगत एजेंडा नहीं है। ना उन्हें किसी पद की लालसा है। दरअसल महबूबा मुफ्ती नजरबंद हैं। सवाल यह है कि इस तरह के हालात में आम लोगों की परेशानियों को शासन प्रशासन के सामने रखने वाला कोई तो चाहिए। उन्होंने वही किया जो आम लोगों के हित में था। लेकिन बात यह है कि महबूबा मुफ्ती को रास नहीं आ रहा है।