- गत पांच अगस्त को भारत सरकार ने अनुच्छेद 370 को खत्म किया
- अनुच्छेद 370 हटाए जाने की कोशिशों का विरोध करती रही हैं महबूबा
- बेग ने माना कि महबूबा को 370 पर बेतुका बयान नहीं देना चाहिए था
नई दिल्ली: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के नेता मुजफ्फर हुसैन बेग ने बड़ा बयान दिया है। बेग ने गुरुवार को कहा कि अनुच्छेद 370 पर महबूबा मुफ्ती ने जिस तरीके का बयान दिया, उन बयानों से राज्य का अहित हुआ। पीडीपी नेता ने कहा कि महबूबा को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए था। बेग ने माना कि महबूबा का बयान 'अनुच्छेद 370 के साथ यदि किसी तरह की छेड़खानी हुई तो जम्मू-कश्मीर में तिरंगे को थामने वाला कोई हाथ नहीं मिलेगा।' उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान देने के चलते जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा खोना पड़ा और यह राज्य केंद्र शासित प्रदेशों में तब्दील हो गया। पीडीपी नेता ने कहा कि उनकी नेता को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए था।
बेग ने कहा, 'मेरा मानना है कि जम्मू-कश्मीर के लोगों से जुड़े मुद्दों पर यदि आप बात करना चाहते हैं तो आपको सभ्य एवं मर्यादित तरीके से बातचीत करनी होगी। आप प्रधानमंत्री, गृह मंत्री अथवा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पर दबाव डालकर कुछ हासिल नहीं कर सकतीं।'
बेग का यह बयान काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि वह पीडीपी के वरिष्ठ नेता एवं राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री हैं। महबूबा अभी नजरबंद हैं। ऐसे में पीडीपी नेता का यह बयान राज्य के मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में बेहद मायने रखते हैं।
महबूबा ने गत अप्रैल महीने में कश्मीर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने यदि अनुच्छेद 370 को खत्म करने की कोशिश की तो भारत एक 'कब्जा करने वाली शक्ति' के रूप में जाना जाएगा। मुफ्ती ने आगे कहा कि जिस तरह से इजरायल ने फिलीस्तीन पर कब्जा किया है वही हालत जम्मू-कश्मीर की हो जाएगी। '370 को खत्म करना आसान काम नहीं है। अगर 370 को खत्म करोगे तो जम्मू-कश्मीर के साथ आपका रिश्ता खत्म हो जाएगा।'
अपने एक अन्ट ट्वीट में महबूबा ने कहा कि भाजपा अनुच्छेद 370 हटाने की बात कर रही है। अगर ऐसा हुआ तो हम स्वत: ही चुनाव लड़ने के अधिकार से वंचित हो जाएंगे, क्योंकि तब भारतीय संविधान जम्मू-कश्मीर पर लागू ही नहीं होगा। महबूबा ने धमकी देते हुए लिखा 'कि ना समझोगे तो मिट जाओगे ऐ हिन्दुस्तान वालो, तुम्हारी दास्तां तक भी ना होगी दास्तानों में।'