नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोनावायरस पर गुरुवार को राष्ट्र के नाम अपना संबोधन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि पूरा विश्व इस समय संकट में फंसा है। आमतौर पर जब कभी प्राकृतिक संकट आता है तो वह कुछ देशों में आता है। इस बार ऐसा संकट है जिसने विश्व भर में पूरी मानव जाति को संकट में डाल दिया है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि जब प्रथम, द्वितीय विश्व युद्ध हुआ तब भी इतने देश युद्ध से प्रभावित नहीं हुए थे, जितने आज कोरोना से हुए हैं। पिछले दो महीने से हम निरंतर दुनिया भर से आ रहे कोरोना वायरस से जुड़ी चिंताजनक खबरें देख और सुन रहे हैं। इन दो महीनों में भारत के 130 करोड़ नागरिकों ने कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी का डटकर मुकाबला किया है। सभी देशवासियों को आवश्यक सावधानियां बरतने का भरसक प्रयास भी किया है। लेकिन बीते कुछ दिनों से ऐसा माहौल बन रहा है, ऐसा लग रहा है कि जैसे हम संकट से बचे हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि ऐसा लगता है वैश्विक महामारी कोरोना से निश्चिंत हो जाने की यह सोच सही नहीं है। इसलिए प्रत्येक भारतवासी का सजग रहना, सतर्क रहना बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा, 'साथियों आपसे जब भी मैंने जो भी मांगा मुझे कभी देशवासियों ने निराश नहीं किया। ये आपके आशीर्वाद की ताकत है कि हम सब मिलकर अपने निर्धारित लक्ष्यों की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। प्रयास सफल भी हो रहे हैं।'
पीएम मोदी ने कहा, 'आज मैं आप सभी देशवासियों से कुछ मांगने आया हूं। मुझे आपके आने वाले कुछ सप्ताह चाहिए। आपका आने वाला कुछ समय चाहिए। प्यारे देशवासियों अभी तक विज्ञान कोरोना वायरस से बचने के लिए कुछ निश्चित उपाय नहीं सोच पाया है। न ही इसकी कोई वैक्सीन बन पाई है। ऐसी स्थिति में हर किसी की चिंता बढ़नी स्वाभाविक है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि अध्ययन में बात सामने आई है कि इन देशों में शुरुआती कुछ दिनों में बीमारी का विस्फोट हुआ है। कोरोना से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या में तेजी से बढ़ी है। भारत सरकार इस स्थिति पर इस ट्रैक रिकॉर्ड पर नजर रखे हुए हैं।
नवरात्रि पर पीएम मोदी के नौ-आग्रह
- प्रत्येक भारतवासी सजग रहें, सतर्क रहें, आनेवाले कछ सप्ताह तक, जब बहुत जरूरी न हो अपने घर से बाहर नहीं नकलें
- 60 से 65 वर्ष की आयु के ऊपर के व्यक्ति घर के भीतर ही रहें।
- इस रविवार यानी 22 मार्च को, सुबह 7 बजे से रात 9 बजेतक, जनता-कर्फ्यू का पालन करें
- दूसरों की सेवा कर रहे लोगों का 22 मार्च की शाम 5 बजे 5 मिनट तक करतल ध्वनि के साथ आभार व्यक्त करें
- रूटीन चेक-अप के लिए अस्पताल जाने से बचें, ऑपरेशन आदि जब तक कि बहुत आवश्यक न हो, उसकी तारीख आगे बढ़वाएं
- वित्त मंत्री के नेतृत्व में गठित Covid-19 Economic Response Task Force से आवश्यक फैसले लेने का आग्रह
- व्यापारी जगत से, उच्च आय वर्ग से दूसरों का वेतन न काटने का आग्रह
- देशवासियों से सामान संग्रह न करने, Panic Buying न करने का आग्रह
- आशंकाओं और अफवाहों से बचें।