- कोरोना के खिलाफ युद्ध के बीच पीएम मोदी ने गठित की आपात निधि
- आम जनता इस निधि के जरिए आम जनता कर सकती है दान
- भारत में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और अभी तक 70 लोग घर ठीक होकर जा चुके हैं
नई दिल्ली: कोरोना की महामारी ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है और भारत भी इससे अछूता नहीं रहा है। इस महामारी के कारण हमारे देश के लिए भी गंभीर स्वास्थ्य एवं आर्थिक चुनौतियां उत्पन्न हो गई हैं। इस आपातकाल के मद्देनजर सरकार को आवश्यक सहयोग देने के उद्देश्य से अनगिनत अनुरोध प्राप्त हो रहे थे जिस पर सरकार ने अमल भी किया है। ‘आपात स्थितियों में प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और राहत कोष (पीएम केयर्स फंड)’ के नाम से एक सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट बनाया गया है।
पीएम मोदी हैं अध्यक्ष
प्रधानमंत्री इस ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं और इसके सदस्यों में रक्षा मंत्री, गृह मंत्री एवं वित्त मंत्री शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने विभिन्न मिशनों में यह बात रेखांकित की है कि किसी भी मुसीबत को कम करने के लिए सार्वजनिक भागीदारी सबसे प्रभावकारी तरीका है और यह इसका एक और अनूठा उदाहरण है। इस कोष में छोटी-छोटी धनराशियां दान के रूप में दी जा सकेंगी। इसके परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में लोग इसमें छोटी-छोटी धनराशियों का योगदान करने में सक्षम होंगे।
पीएम ने किया ट्वीट
पीएम मोदी ने इस बारे में लोगों से योगदान देने की अपील करते हुए कहा है कि यह स्वस्थ्य भारत बनाने में एक लंबा रास्ता तय करेगा। पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'आइए हम अपनी भावी पीढ़ियों के लिए भारत को स्वस्थ और अधिक समृद्ध बनाने में कोई कसर ना छोड़ें।'
ऐसे कर सकते हैं आप भी योगदान
नागरिक और संगठन वेबसाइट pmindia.gov.in पर जा सकते हैं और निम्नलिखित विवरणों का उपयोग करके ‘पीएम केयर्स फंड’ में दान कर सकते हैं:
खाते का नाम: पीएम केयर्स
खाता संख्या: 2121PM20202
आईएफएससी कोड: SBIN0000691
स्विफ्ट कोड: SBININBB104
बैंक और शाखा का नाम: भारतीय स्टेट बैंक, नई दिल्ली मुख्य शाखा
यूपीआई आईडी: pmcares@sbi
इन माध्यमों से कर सकते हैं भुगतान
भुगतान के निम्नलिखित माध्यम वेबसाइट pmindia.gov.in पर उपलब्ध हैं-
- डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड
- इंटरनेट बैंकिंग
- यूपीआई (भीम, फोनपे, अमेजन पे, गूगल पे, पेटीएम, मोबिकविक, इत्यादि)
- आरटीजीएस/एनईएफटी
इस कोष में दी जाने वाली दान राशि पर धारा 80 (जी) के तहत आयकर से छूट दी जाएगी।