उत्कर्ष सिंह,'टाइम्स नाउ'
नई दिल्ली: संसद के मॉनसून सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रिपरिषद की बैठक में कहा कि नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री सेशन में पूरी तैयारी करके आयें। पीएम ने उन्हें साफ संदेश दिया कि संसदीय प्रश्नों पर तैयारी करके ही आयें। प्रधानमंत्री मोदी ने सभी नये राज्यमंत्रियों को साफ कहा कि अपने कैबिनेट मंत्री के साथ बैठकर अपने मंत्रालय से संबंधित सभी कामों की स्टडी करके सदन में प्रोम्प्ट रहें।
अपने मंत्रिमंडल विस्तार के बाद एक सप्ताह के अंदर प्रधानमंत्री मोदी ने आज दूसरी बार मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाई। सूत्र ने बताया कि आज की मंत्रिपरिषद की बैठक की शुरुआत संसदीय कार्य मंत्रालय द्वारा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के साथ हुई।
बाद में ऊर्जा मंत्रालय ने भी आज के मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रेजेंटेशन दिया। संसदीय कार्य मंत्रालय द्वारा दिये गए प्रेजेंटेशन में मुख्य तौर पर संसद की कार्यवाही के नियम, संसद कैसे काम करता है, क्या करना क्या नहीं करना जैसे विषयों पर जानकारी दी गयी।
"सबको संसद के कायदे कानून की पूरी जानकारी होनी चाहिए'
वीडियोकॉन्फ्रेंसिंग के जरिये लगभग 2 घंटे तक चली आज के मंत्रिपरिषद बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने लगभग आधे घंटे का भाषण दिया। सूत्रों के मुताबिक आज की इस मंत्रिपरिषद बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने नवनियुक्त मंत्रियों को आगाह किया कि विपक्ष द्वारा कड़े और बड़े प्रश्न किये जायेंगे उसके लिए आपको अपनी तैयारी पूरी रखनी चाहिए। उन्होंने अपने सभी साथियों से कहा कि सबको संसद के कायदे कानून की पूरी जानकारी होनी चाहिए।
'डिबेट की गुणवत्ता बेहतर हो इसके लिए पूरी तैयारी करके आएं'
पीएम ने अपने मंत्रिमंडल के सभी साथियों से कहा कि डिबेट की गुणवत्ता बेहतर हो इसके लिए पूरी तैयारी करके आनी चाहिए बातचीत में उन्होंने ये भी कहा कि राज्यसभा में होने वाले ऊंचस्तरीय डिबेट को सभी नए मंत्री पूरे ध्यान से सुन और सीख ले सकते हैं।
सभी मंत्रियों को साफ किया कि उन्हें एक टीम के तौर पर काम करना चाहिए
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में एक संदेश साफ तौर पर दिया कि संसद में सबकी उपस्थित सुनिश्चित हो और सभी अपनी रोस्टर ड्यूटी को ठीक से निर्वहन करें, इसमें किसी तरह की कोताही को किसी भी कीमत पर बर्दास्त नहीं किया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने सभी मंत्रियों को साफ किया कि उन्हें एक टीम के तौर पर काम करना चाहिए और कैबिनेट मंत्री और उनके राज्यमंत्री हरेक मुद्दे पर आपसी मशविरा करें और मिलकर निर्णय लें।