- कोविड-19 संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है
- अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति कमी हो गई है
- लीक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता 3300 मीट्रिक टन प्रतिदिन बढ़ी है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑक्सीजन की आपूर्ति और पूरे देश में इसकी उपलब्धता को लेकर गुरुवार को उच्चस्तरीय बैठक की। अधिकारियों ने ऑक्सीजन की आपूर्ति में सुधार के लिए उठाए गए कदमों से प्रधानमंत्री को अवगत कराया। पीएम ने उत्पादन बढ़ाए जाने और वितरण में तेजी लाने पर जोर दिया। साथ ही पीएम ने कहा कि राज्य सरकारों को ऑक्सीजन की जमाखोरी पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए नवोन्मेषी तरीकों का उपयोग करने का आह्वान किया। राज्यों को सुचारू व अबाधित तरीके से ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। व्यवधान होने के मामलों में स्थानीय प्रशासन के साथ जवाबदेही तय की जाए।
इस दौरान अधिकारियों ने पिछले कुछ सप्ताहों में ऑक्सीन की आपूर्ति बेहतर करने की दिशा में उठाए गए कदमों से प्रधानमंत्री को अवगत कराया। प्रधानमंत्री को बताया गया कि राज्यों की ऑक्सीजन की मांग और उसके अनुसार उसकी पर्याप्त आपूर्ति के लिए सभी राज्य सरकारों के साथ सहयोग किया जा रहा है। प्रधानमंत्री को यह भी बताया गया कि कैसे राज्यों की ऑक्सीजन की मांग तेजी से बढ़ रही है।
बयान के मुताबिक 20 राज्यों की ओर से प्रतिदिन 6785 मीट्रिक टन लीक्विड मेडकल ऑक्सीजन की वर्तमान मांग के मुकाबले 21 अप्रैल से उन्हें 6822 मीट्रिक टन प्रतिदिन आवंटित की जा रही है। बैठक के दौरान बताया गया कि पिछले कुछ दिनों में लीक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता 3300 मीट्रिक टन प्रतिदिन बढ़ी है। इसमें प्राइवेट और सरकारी इस्पात संयंत्रों, उद्योगों, ऑक्सीजन उत्पादकर्ताओं का योगदान शामिल है।