- पीएम मोदी ने किया स्वामित्व योजना के तहत संपत्ति कार्ड के वितरण का शुभारंभ
- आदिवासी भाईबहनों को इसके कागज मिलने से बहुत मदद मिलेगी- मोदी
- पीएम बोले- संपत्ति का अधिकार अब लोगों को मिला
नई दिल्ली: ग्रामीण भारत में बदलाव के लिए बड़े सुधार के क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भू-संपत्ति मालिकों को ‘स्वामित्व’ योजना के अंतर्गत संपत्ति कार्ड वितरित करने की योजना का शुभारंभ किया है। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सरकार की उपलब्धियों की जिक्र करते हुए कहा कि सरकार जन कल्याण योजनाओं को लगातार आगे बढ़ा रही है और तय लक्ष्यों को समय पर प्राप्त करने में सफलता हासिल की है। किसान कानूनों का विरोध कर रहे विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि किसान और खेत मजदूर को मिल रही बीमा, पेंशन जैसी सुविधाओं से जिनको परेशानी है, वो आज कृषि सुधारों के विरोध में हैं।
लोगों की दिक्कतें होंगी कम
पीएम मोदी ने कहा, 'संपत्ति का रिकॉर्ड होने पर बैंक से कर्ज आसानी से मिलता है, रोजगार-स्वरोजगार के रास्ते बनते हैं। जब संपत्ति का रिकॉर्ड होता है, जब संपत्ति पर अधिकार मिलता है तो नागरिकों में आत्मविश्वास बढ़ता है। जब संपत्ति का रिकॉर्ड होता है तो निवेश के लिए नए रास्ते खुलते हैं। पूरे विश्व के बड़े-बड़े एक्सपर्ट्स इस बात पर जोर देते रहे हैं कि जमीन और घर के मालिकाना हक की, देश के विकास में बड़ी भूमिका होती है। गांव के कितने ही नौजवान हैं जो अपने दम पर कुछ करना चाहते हैं। लेकिन घर होते हुए भी उन्हें, अपने घर के नाम पर बैंक से कर्ज मिलने में कई बार दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। स्वामित्व योजना के तहत बने प्रॉपर्टी कार्ड को दिखाकर, बैंकों से बहुत आसानी से कर्ज मिलना सुनिश्चित हुआ। पिछले 6 वर्षों में पुरानी कमी को दूर करने के लिए लगातार काम किया जा रहा है।'
पीएम मोदी ने कही ये बात
स्वामित्व योजना के विभिन्न हितग्राहियों से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'आज जिन एक लाख लोगों को अपने घरों का स्वामित्व पत्र या प्रॉपर्टी कार्ड मिला है, जिन्होंने अपना कार्ड डाउनलोड किया है, उन्हें मैं बहुत-बहुत बधाई देता हूं। संपत्ति का अधिकार आप सब लोगों को मिल गया है। अब बैंक में कागज दिखाकर लोन ले सकते हैं। आदिवासी भाई बहनों को इन कागजों से बहुत मदद मिलेगी। लाभार्थियों की जमीन पर कोई बुरी नजर नहीं डाल सकेगा।' इस योजना के अंतर्गत 6 राज्यों के 763 गांवों के लोग लाभान्वित होंगे, जिसमें उत्तर प्रदेश के 346, हरियाणा के 221, महाराष्ट्र के 100, मध्य प्रदेश के 44, उत्तराखंड के 50 और कर्नाटक के 2 गांव शामिल है।
आत्मनिर्भर करने में मिलेगी मदद
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, 'मुझे बहुत खुशी है कि आज इतना विराट काम, उस दिन हो रहा है, जब भारत के दो-दो महान सपूतों की जन्म जयंती है। एक भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण और दूसरे भारत रत्न नानाजी देशमुख। इन महापुरुषों का सिर्फ जन्मदिन ही एक तारीख को नहीं पड़ता बल्कि इनके संघर्ष और आदर्श भी एक समान रहे हैं। आत्मनिर्भर भारत अभियान में आज देश ने एक और बड़ा कदम उठा दिया है। स्वामित्व योजना, गांव में रहने वाले हमारे भाई-बहनों को आत्मनिर्भर बनाने में बहुत मदद करने वाली है।'
ऐसे मिलेगा फायदा
इस योजना के अंतर्गत लगभग एक लाख भू-संपत्ति मालिक अपने मोबाइल फोन पर एसएमएस के द्वारा प्राप्त होने वाले लिंक से संपत्ति कार्ड डाउनलोड कर सकेंगे। इसके बाद संबंधित राज्य सरकारें संपत्ति कार्ड का फिजिकल वितरण करेंगी। महाराष्ट्र को छोड़कर बाकी सभी राज्यों के लाभार्थी 1 दिन के अंदर फिजिकल कार्ड प्राप्त करेंगे जबकि महाराष्ट्र के भू-स्वामियों को संपत्ति कार्ड मिलने में 1 महीने का समय लग सकता है क्योंकि महाराष्ट्र सरकार संपत्ति कार्ड के लिए सामान्य शुल्क लागू करने का प्रबंध कर रही है।