ह्यूस्टन: 7 दिन के अमेरिकी दौरे पर गए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टेक्सास के ह्यूस्टन शहर में 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में उनके साथ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी शामिल हुए। इस दौरान पीएम मोदी ने ट्रंप की खूब तारीफ की और उन्हें विशेष शख्सियत बताया। पीएम मोदी ने कहा, 'ट्रंप ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था को फिर मजबूत बनाया है। उन्होंने अमेरिका और दुनिया के लिए काफी कुछ हासिल किया है।'
मोदी ने मंच से 'अबकी बार, मोदी सरकार' की तर्ज पर 'अबकी बार, ट्रंप सरकार' भी कहा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'हम भारत में राष्ट्रपति ट्रंप के साथ अच्छे तरीके से जुड़े हैं और उम्मीदवार ट्रंप के लिए मैं कहूंगा 'अब की बार ट्रंप सरकार'।'
हालांकि इसके लिए कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने पीएम मोदी की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अन्य देश के चुनाव में हस्तक्षेप कर भारतीय विदेश नीति का उल्लंघन किया है। आप अमेरिका में हमारे प्रधानमंत्री हैं, अमेरिकी चुनावों में स्टार प्रचारक नहीं।
आनंद शर्मा ने कहा, 'श्रीमान प्रधानमंत्री, आपने किसी अन्य देश के घरेलू चुनावों में हस्तक्षेप न करने की भारतीय विदेश नीति के पारंपरिक सिद्धांत का उल्लंघन किया है। यह भारत के दीर्घकालिक रणनीतिक हितों के लिए एक विलक्षण असंतोष है।'
उन्होंने कहा, 'संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ हमारे संबंध पूरे द्विदलीय हैं। ट्रंप के लिए आपका सक्रिय अभियान भारत और अमेरिका दोनों का संप्रभु राष्ट्र और लोकतंत्र के रूप में उल्लंघन है। आपको याद दिलाते हैं कि आप अमेरिका में हमारे प्रधानमंत्री हैं, अमेरिकी चुनावों में स्टार प्रचारक नहीं।'
पीएम मोदी ने ट्रंप के लिए कहा कि आज एक विशेष शख्सियत हमारे बीच है और वह किसी परिचय के मोहताज नहीं है। इस ग्रह का हर व्यक्ति उनसे परिचित है। उन्होंने सभी जगह गहरी और अमिट छाप छोड़ी है। यह मेरा सम्मान और सौभाग्य है कि उनका स्वागत करने का अवसर मिला है। जब भी मैं डोनाल्ड ट्रंप से मिला, उनसे मुलाकात में गर्माहट, मित्रता और ऊर्जा दिखी।
डोनाल्ड ट्रंप ने भी प्रधानमंत्री मोदी को अमेरिका का सबसे बड़ा, सबसे सच्चा मित्र बताते हुए कहा कि वह भारत के लिए असाधारण काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दुनिया मजबूत, फलता-फूलता और संप्रभु भारत देख रही है। आज हमारे संबंध पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा मजबूत हैं और हम लोकतंत्र की प्रतिबद्धता से बंधे हुए हैं।