- देश में कोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ रही, 24 घंटे में आए 62 हजार केस
- तीसरी लहर के आने पर बड़ी भूमिका निभाएंगे 1 लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स
- हर जिले में ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित होने से और तेज होगी कोरोना से लड़ाई
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कोविड-19 के खिलाफ अभियान में शामिल फ्रंटलाइन कर्मचारियों के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए छह कोर्स का ऑनलाइन उद्घाटन किया। इस कोर्स को 'स्किल इंडिया' अभियान के तहत तैयार किया गया है। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार देश में और एक लाख फ्रंटलाइन कर्मचारियों को तैयार करने की दिशा में काम कर रही है। पीएम ने कहा कि कोरोना वायरस हमारे बीच से गया नहीं है, यह अभी भी मौजूद है। प्रधानमंत्री ने चेतवानी देते हुए कहा कि कोरोना वायरस म्यूटेट होकर आगे भी अपना स्वरूप बदल सकता है।
दो-तीन महीनों में पूरा हो जाएगा ‘क्रैश कोर्स’
पीएम ने कहा, 'टीकाकरण अभियान में अभी 45 साल से ऊपर के व्यक्तियों को जिस तरीके की सूहलियत दी जा रही है वैसी ही सहूलियत 21 जून से 45 साल से कम उम्र वाले लोगों को भी मिलेगी।' यह ‘क्रैश कोर्स’ दो-तीन महीनों में पूरा हो जाएगा। यह कोविड-19 से लड़ने के लिए लोगों को प्रशिक्षित करेगा।' पीएम ने कहा कि ऑक्सीजन के 1,500 से अधिक संयंत्र तैयार करने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। हर जिले में संयंत्र स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार प्रत्येक व्यक्ति को कोविड-19 रोधी टीका नि:शुल्क उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रधानमंत्री कार्यलय के मुताबिक विशेष रूप से तैयार किए गए 'क्रैश कोर्स' के तहत 26 से ज्यादा राज्यों में 111 प्रशिक्षण केंद्रों पर कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
कोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ रही
देश में कोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ रही है। शुक्रवार को बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 62,480 नए मामले सामने आए जबकि 1587 लोगों की मौत हुई। इस दौरान उपचार के बाद 88,977 लोग डिस्चार्ज हुए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक देश में संक्रमण की कुल संख्या बढ़कर 2,97,62,793 हो गई है। भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार सहित स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कोरोना की तीसरी लहर का आना तय बताया है।
तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में जुटी सरकार
सुप्रीम कोर्ट ने भी कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी करने के लिए सरकार को निर्देश दिए हैं। सरकार और राज्य सरकारें तीसरी लहर की तैयारी कर रही हैं। 'क्रैश कोर्स' के जरिए नए फ्रंटलाइन वर्कर्स तैयार करना और हर जिले में ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना इसी दिशा में उठाया गया कदम है। सरकार की कोशिश अगले दो-तीन महीनों में ज्यादा से ज्यादा लोगों को कोरोना का टीका लगाने की है।