नई दिल्ली : इनकम टैक्स, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड ने जब से कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर से करीब 195 करोड़ रुपए नकद, 25 किलो सोना और 250 किलो चांदी बरामद की है तब से यूपी की सियासत में भूचाल आ गया है। बीजेपी और सपा में वार पलटवार चल रहा है। इस राजनीतिक युद्ध में अब AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी भी कूद पड़े हैं।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पीएम बताएं कि नोटबंदी के बावजूद यूपी में एक बिजनेसमैन के घर पर 180 करोड़ रुपए कैश कैसे मिल सकता है? पीएम को स्वीकार करना चाहिए कि उनके दिमाग की उपज नोटबंदी पूरी तरह से विफल हो गयी है और इसने लघु उद्योगों और नौकरियों को बर्बाद कर दिया है।
बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन से समाजवादी पार्टी के संबंध रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मंगलवार को हरदोई की सभा में कहा कि कुछ दिन पहले इनकम टैक्स विभाग ने छापा मारा तो भाई अखिलेश के पेट के अंदर मरोड़ होने लगा, कहने लगे कि राजनीतिक द्वेष के कारण छापा मारा गया है और आज उन्हें जवाब सूझ नहीं रहा है कि समाजवादी इत्र बनाने वाले के यहां से छापे (कन्नौज और कानपुर में इत्र व्यापारी के यहां छापा) में 250 करोड़ रुपए मिला है।
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पीएम मोदी ने भी कानपुर में बिना नाम लिए इत्र कारोबारी के घर छापे पर बात करते हुए कहा था कि मैं सोच रहा था बीते दिनों जो बक्से भर-भर के नोट मिले है, उसके बाद भी ये लोग यही कहेंगे कि ये भी हमने ही किया है। साथियों आप कानपुर वाले तो बिजनेस को, व्यापार-कारोबार को अच्छे से समझते हैं। इतना ही नहीं पीएम ने कहा कि 2017 से पहले भ्रष्टाचार का जो इत्र उन्होंने पूरे यूपी में छिड़क रखा था, वह फिर सबके सामने आ गया है, लेकिन अब वो मुंह पर ताला लगाकर बैठे हैं। क्रेडिट लेने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि नोटों का पहाड़ जो पूरे देश ने देखा वही उनकी उपलब्धि है, यही उनकी सच्चाई है, यूपी के लोग सब देख रहे हैं, सब समझ रहे हैं।
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इसके जवाब में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कानपुर के इत्र व्यापारी पीयूष जैन के उनकी पार्टी से किसी तरह के संबंध से इनकार किया और मजाक में कहा कि बीजेपी ने "गलती से" अपने ही व्यवसायी पर छापा मारा। सपा प्रमुख ने कहा कि व्यापारी के सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) से कई बीजेपी नेताओं के नाम सामने आएंगे जो उनके संपर्क में थे। उन्होंने कहा कि गलती से बीजेपी ने अपने ही कारोबारी पर छापा मारा। उन्होंने दावा किया कि समाजवादी इत्र (इत्र) सपा एमएलसी पुष्पराज जैन द्वारा लॉन्च गया था न कि पीयूष जैन ने लॉन्च किया था।