नई दिल्ली: पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि रात 12 बजे से पूरे देश में, संपूर्ण Lockdown होने जा रहा है। भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार की रात 8 बजे देश को संबोधित किया और पीएम ने पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर दिया है।
उन्होंने कहा कि पिछले 2 दिनों से देश के अनेक भागों में लॉकडाउन कर दिया गया है। राज्य सरकार के इन प्रयासों को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए।
पीएम मोदी का कोरोना पर संदेश;
कोरोना वैश्विक महामारी से बनी स्थितियों के बीच, केंद्र और देशभर की राज्य सरकारें तेजी से काम कर रही है। रोजमर्रा की जिंदगी में लोगों को असुविधा न हो, इसके लिए निरंतर कोशिश कर रही हैं।
जब तक देश में lockdown की स्थिति है, हमें अपना संकल्प निभाना है, अपना वचन निभाना है। मेरी आपसे प्रर्थना है कि घरों में रखकर आप उनके लिए मंगलकामना कीजिए जो खुद को खतरे में डालकर दूसरों को बचा रहे है।
भारत आज उस स्टेज पर है जहां हमारे आज के एक्शन तय करेंगे कि इस बड़ी आपदा के प्रभाव को हम कितना कम कर सकते हैं। ये समय हमारे संकल्प को बार-बार मजबूत करने का है
कोरोना से निपटने के लिए उम्मीद की किरण, उन देशों से मिले अनुभव हैं जो कोरोना को कुछ हद तक नियंत्रित कर पाए। हफ्तों तक इन देशों के नागरिक घरों से बाहर नहीं निकले, इसलिए ये देश इस महामारी से बाहर निकलने की ओर बढ़ रहे हैं
चीन, अमेरिका, फ्रांस,जर्मनी, स्पेन, इटली-ईरान जैसे देशों में जब कोरोना वायरस ने फैलना शुरू किया, तो हालात बेकाबू हो गए। याद रखिए इटली हो या अमेरिका, उनकी स्वास्थ्य सेवाएं दुनिया में बेहतरीन मानी जाती हैं, बावजूद इसके वहां इसे फैलने से नहीं रोका जा सका
कोरोना वायरस से पहले एक लाख लोग संक्रमित होने में 67 दिन लगे और फिर इसे 2 लाख लोगों तक पहुंचने में सिर्फ 11 दिन लगे। ये और भी भयावह है कि 2 लाख संक्रमित लोगों से 3 लाख लोगों तक ये बीमारी पहुंचने में सिर्फ 4 दिन लगे।
आपको ये याद रखना है कि कई बार कोरोना से संक्रमित व्यक्ति शुरुआत में बिल्कुल स्वस्थ लगता है, वो संक्रमित है इसका पता ही नहीं चलता। इसलिए ऐहतियात बरतिए, अपने घरों में रहिए।
आने वाले 21 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो, कोरोना वायरस की संक्रमण की सायकिल तोड़ने के लिए कम से कम 21 दिन का समय बहुत अहम है। घर में रहें, घर में रहें और एक ही काम करें कि अपने घर में रहें।
इस लॉकडाउन की एक आर्थिक कीमत देश को उठानी पड़ेगी। लेकिन एक-एक भारतीय के जीवन को बचाना इस समय मेरी, भारत सरकार की, देश की हर राज्य सरकार की, हर स्थानीय निकाय की, सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
पिछले 2 दिनों से देश के अनेक भागों में लॉकडाउन कर दिया गया है। राज्य सरकार के इन प्रयासों को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए। आज रात 12 बजे से पूरे देश में, संपूर्ण Lockdown होने जा रहा है।
कुछ लोगों की लापरवाही, कुछ लोगों की गलत सोच, आपको, आपके बच्चों को, आपके माता पिता को, आपके परिवार को, आपके दोस्तों को, पूरे देश को बहुत बड़ी मुश्किल में झोंक देगी।
पीएम मोदी का संबोधन शुरु हो गया है, पीएम मोदी ने कहा कि जनता कर्फ्यू का जो संकल्प हमने लिया था उसमें हर वर्ग के लोग, हर कोई परीक्षा की घड़ी में साथ आया था।
22 मार्च को जनता कर्फ्यू का जो संकल्प हमने लिया था, एक राष्ट्र के नाते उसकी सिद्धि के लिए हर भारतवासी ने पूरी संवेदनशीलता के साथ, पूरी जिम्मेदारी के साथ अपना योगदान दिया।
एक दिन के जनता कर्फ्यू से भारत ने दिखा दिया कि जब देश पर संकट आता है, जब मानवता पर संकट आता है तो किस प्रकार से हम सभी भारतीय मिलकर, एकजुट होकर उसका मुकाबला करते हैं:
पीएम मोदी का कोरोना पर संदेश का वीडियो
गौरतलब है कि इससे पहले प्रधानमंत्री ने बृहस्पतिवार को राष्ट्र के नाम संदेश में रविवार को ‘जनता कर्फ्यू’ लागू करने और लोगों से घर-घर दूध, अखबार, राशन पहुंचाने वालों, पुलिसकर्मियों, स्वास्थ्य कर्मियों और मीडियाकर्मियों के प्रति आभार जताने की अपील की थी। उन्होंने ऐसे लोगों का आभार जताने के लिए 22 मार्च की शाम 5 बजे घर की खिड़की, बालकनी या गेट पर आकर ताली, घंटा-थाली बजाने की अपील की थी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को लोगों से लॉकडाउन का गंभीरता से पालन करने की अपील करते हुए राज्य सरकारों से नियमों और कानूनों का पालन कराना सुनिश्चित करने को भी कहा था।
'कोरोना वायरस' का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है और भारत भी इसकी जद में आ चुका है यहां इस बीमारी से संक्रमित लोगों की तादात 500 के पार हो गई है और 10 लोगों की जान जा चुकी है।
गौरतलब है कि इससे पहले प्रधानमंत्री ने को राष्ट्र के नाम संदेश में 20 मार्च को ‘जनता कर्फ्यू’ का एलान किया था जिसे जनता ने मानते हुए काफी अच्छे से इसका पालन किया था और शाम 5 बजे घंटे, तालियां और थालियां बजाकर उत्साहवर्धन किया था।