नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को मध्य प्रदेश के किसानों को संबोधित करेंगे। पीएम का यह संबोधन ऐसे समय होगा जब तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में पिछले कई सप्ताह से प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार के साथ बने गतिरोध का हल नहीं निकल सका है और इस मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दो बजे रायसेन जिले के किसानों को संबोधित करेंगे।
अधिकारियों का कहना है कि पीएम के इस कार्यक्रम के जरिए करीब 23,000 गांव जुड़ेंगे। पीएम गत बुधवार को गुजरात दौरे पर थे। इस दौरान वह कच्छ में में किसानों से मिले।
दिल्ली में जारी है किसानों का प्रदर्शन
कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग को लेकर किसान दिल्ली की सीमाओं पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि जब तक ये कानून रद्द नहीं होंगे तब तक वे अपना आंदोलन खत्म नहीं करेंगे। कानूनों पर गतिरोध तोड़ने के लिए सरकार के साथ उनकी पांच दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन समस्या का हल नहीं हुआ है। किसानों के प्रदर्शन का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है।
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी
किसानों को धरना स्थलों से हटाने के लिए शीर्ष अदालत में कई अर्जियां दाखिल की गई हैं। गुरुवार को इस मामले में कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह किसानों के धरने में कटौती नहीं कर सकता क्योंकि प्रदर्शन करना उनका अधिकार है। साथ ही कोर्ट ने यह भी कहा कि प्रदर्शन और आम लोगों के अधिकार में संतुलन होना चाहिए। कोर्ट ने किसानों से कहा है कि वह सरकार के साथ बातचीत जारी रखें और समस्या का समाधान निकालें। कोर्ट ने सरकार से किसानों के खिलाफ बल का प्रयोग नहीं करने का निर्देश दिया है।