- पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच दूसरी अनौपचारिक वार्ता हुई
- दोनों नेताओं की वन-टू-वन वार्ता के बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत भी हुई
- शी ने शानदार स्वागत के लिए आभार जताया और कहा कि वह हमेशा इसे याद रखेंगे
चेन्नई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच आज (12 अक्टूबर) दूसरी अनौपचारिक वार्ता हुई। दोनों नेताओं के बीच पहली अनौपचारिक वार्ता अप्रैल 2018 में चीन के शहर वुहान में हुई थी, जिसके बाद भारत और चीन के रिश्तों में सहजता देखी गई। सीमा विवाद सहित कई मुद्दों पर आपसी तनातनी की पृष्ठभूमि में हुई इन वार्ताओं को विश्वास बहाली की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता भी हुई, जिसके बाद चीन के राष्ट्रपति नेपाल के दो दिवसीय दौरे पर रवाना हो गए।
पीएम मोदी-शी अनौपचारिक वार्ता की प्रमुख बातें:
- पीएम मोदी के साथ दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता के बाद चीन के राष्ट्रपति नेपाल के दो दिवसीय दौरे पर रवाना हो गए
- पीएम मोदी ने चीन के राष्ट्रपति को हाथों से बुना हुआ सिल्क का छायाचित्र (portrait) भेंट किया, जिसे कोयंबटूर जिले के सिरुमुगाइपुदुर स्थित श्री रामालिंगा सोदाम्बीगई हैंडलूम वीवर्स को-ऑपरेटिव सोसाइटी ने बनाया है
- चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ताज फिशमैन्स कोव होटल से चेन्नई के लिए निकल गए हैं, जहां से वह नेपाल के लिए रवाना होंगे
- प्रतिनिधमंडल स्तर की वार्ता के बाद पीएम मोदी और शी जिनपिंग कोवलम के ताज फिशरमैन्स कोव होटल में प्राचीन कलाकृति और हैंडलूम की प्रदर्शनी देखने पहुंचे
- प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में पीएम मोदी ने कहा, 'हम अपने मतभेदों को समझदारीपूर्वक सुलझा लेंगे और उन्हें विवाद नहीं बनने देंगे। हम अपनी चिंताओं को लेकर संवेदनशील बने रहेंगे और हमारे संबंध दुनिया में शांति व स्थिरता के लिए योगदान देंगे।'
- प्रतिनधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान चीन के राष्ट्रपति ने भारत में उनके शानदार स्वागत के लिए आभार जताया और कहा कि यह उनके लिए यादगार अनुभव रहेगा
- पीएम मोदी ने दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए भारत आने पर चीन के राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया और कहा कि 'चेन्नई कनेक्ट' दोनों देशों के संबंधों में नया अध्याय जुड़ेगा, जिसका फायदा भारत और चीन के साथ-साथ दुनिया के अन्य देशों के लोगों को भी होगा
- पीएम मोदी ने कहा कि वुहान में बीते वर्ष (27-28 अप्रैल, 2018) में हुई पहली अनौपचारिक वार्ता से आपसी संबंधों में नई स्थिरता लाने और इसे नई गति देने में मदद मिली। दोनों देशों के बीच रणनीतिक संवाद भी बढ़ा
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के तटीय राज्य तमिलनाडु और चीन के बीच गहरे सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंध रहे हैं। पिछले करीब 2000 वर्षों के कालखंड में अधिकांश समय भारत और चीन बड़े आर्थिक ताकत रहे हैं
- भारत और चीन के बीच अब प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हो रही है, जिसमें भारत की ओर से पीएम मोदी के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश सचिव विजय गोखले मौजूद हैं
- भारत और चीन के बीच अब प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता होगी, जिसके बाद दोनों ओर से अलग-अलग बयान आने का भी अनुमान है
- तमिलनाडु के कोवलम स्थित ताज फिशरमैन कोव होटल में पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति की वन-टू-वन बातचीत समाप्त हो गई है
- पीएम मोदी और शी दूसरी अनौपचारिक वार्ता ताज फिशरमैन कोव होटल के गोल्फ कार्ट में हुई, जिसके सामने अरब सागर का खूबसूरत नजारा दिख रहा था
- तमिलनाडु के कोवलम स्थित ताज फिशरमैन्स कोव होटल (Taj Fisherman's Cove hotel) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की दूसरी अनौपचारिक वार्ता हो रही है
- चीन के राष्ट्रपति ताज फिशरमैन कोव होटल पहुंचे, जहां पीएम नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया।
- विदेश सचिव विजय गोखले ने पहले ही कहा कि पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति की अनौपचारिक बातचीत में अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा होगी।
भारत और चीन के साथ इस बातचीत से दोनों देशों के संबंधों में और अधिक सहजता आने की उम्मीद है, जिसकी झलक चीन के शहर वुहान में 27-28 अप्रैल को हुई पीएम मोदी और शी जिनपिंग की पहली अनौपचारिक वार्ता के बाद भी देखने को मिली है। यह वार्ता डोकलाम में 73 दिनों तक भारत और चीन की सेना के आमने-सामने डटे रहने के कुछ ही महीनों बाद हुई थी।