प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (23 अप्रैल) पश्चिम बंगाल में हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए सूरी, मालदा, बेरहामपुर, और भवानीपुर में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बीजेपी की रैलियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने कोविड नियमों को ध्यान में रखते हुए सभा की तैयारी की थी। लेकिन परिस्थितिवश मेरा बंगाल आना आज संभव नहीं है। पश्चिम बंगाल के ये चुनाव सिर्फ सत्ता बदलने के लिए नहीं हैं, बल्कि इन चुनावों में मैं एक आकांक्षी, एक आशावादी पश्चिम बंगाल को उभरते देख रहा हूं। शांति, सुरक्षा और विकास की एक ललक बंगाल में देखने को मिल रही है। पश्चिम बंगाल, आज एक ऐसे शासन के लिए लालायित है जहां सरकार का हर विभाग, अपना काम करे, अपना दायित्व निभाए। भेदभाव से मुक्त, सद्भाव से युक्त, व्यवस्था के लिए पश्चिम बंगाल वोट दे रहा है।
पीएम ने कहा कि गांव हो या शहर हर जगह बेहतर जीवन, बेहतर शिक्षा, बेहतर रोजगार, बेहतर विकल्प के लिए एक तड़प देख रहा हूं। शांति सुरक्षा, विकास की एक ललक बंगाल में देखने को मिल रही है। बंगाल के पास आम, लीची, प्याज, आलू, रेशम, जूट ऐसे अनेक प्रकार की पूंजी है। किसान को उसके उपज की पूरी कीमत सीधे उसके बैंक खाते में मिले, इसे बीजेपी सरकार सुनिश्चित करने वाली है। रेशम और जूट उद्योग आत्मनिर्भर भारत का एक मजबूत पहलू है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि के तहत पिछले 18 हजार रुपए बंगाल के हर किसान को मिले इसके लिए सरकार बनते ही काम शुरू किया जाएगा। कोलकाता की तो पहचान "सिटी ऑफ जॉय" के रूप में रही है। आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से इसको सिटी ऑफ फ्यूचर के रूप में विकसित किया जाएगा। पीएम आवास योजना के अंतर्गत देश भर में हमारी सरकार द्वारा गरीबों के लिए दो करोड़ से अधिक घर बनवाए गए हैं। बंगाल में भाजपा सरकार बनने के बाद गरीबों के लिए घर निर्माण की गति को बहुत तेजी से बढ़ाया जाएगा।
पीएम ने कहा कि बहनों-बेटियों की सक्रिय भागीदारी के बिना विकास अधूरा है। भाजपा सरकार की ये कोशिश है कि बेटियों के जन्म से लेकर बुढ़ापे तक उनको हर वो सुविधा और प्रोत्साहन मिले, जिससे वो बेहतर समाज का निर्माण कर सके। टीके के दौरान भी, टीके के बाद भी, मास्क जरूरी है, पूरे चेहरे को मास्क से ढंकना जरूरी है। दवाई भी, कड़ाई भी, इस मंत्र को हमें याद रखना है।