- कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पीएम मोदी ने 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की है
- इस दौरान जरूरत की सभी चीजें मिलेंगी, पीएम ने लोगों से घर से बाहर न निकलने की अपील की है
- राज्यों ने भी उठाए हैं एहतियाती कदम, महाराष्ट्र, पंजाब सहित कई राज्यों ने लागू किया है कर्फ्यू
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को एक बार फिर कोरोना वायरस के संकट पर लोगों को संबोधित किया। अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के लोगों के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस न तो हमारी संस्कृति को मिटा सकता है और न हमारे संस्कार को। उन्होंने 21 दिनों के लॉकडाउन के दौरान गरीब परिवारों की मदद करने की अपील की। पीएम ने कहा कि नवरात्र का समय चल रहा है ऐसे में 21 दिनों तक हमें 9 गरीब परिवारों की मदद करनी चाहिए। संपन्न लोग यदि ऐसा करते हैं तो यह सच्ची आराधना होगी। पीएम ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से पशुओं के चारा का भी संकट खड़ा हो गया। लोगों को इस ओर भी चिंता करनी चाहिए।
पीएम ने अपने इस संबोधन में गृहणी, डॉक्टर, कारोबारी सभी वर्ग के लोगों से बातचीत की और उनकी चिंताओं का समाधान किया। पीएम ने कहा कि आपदा को अवसर अवसर में बदलना ही मानव जीवन की विशेषता है। कोरोना वायरस के खतरे को बताते हुए पीएम ने कहा कि यह बीमारी किसी के साथ भेदभाव नहीं करती। यह बीमारी अपने संपर्क में आने वाले सभी लोगों को अपनी चपेट लेती है। यहां तक कि अपने स्वास्थ्य की बहुत देखभाल करने वाले और व्यायाम करने वाले लोग भी इससे बच नहीं पाते हैं।
पीएम ने कहा कि संकट की इस घड़ी में वह काशी में नहीं है लेकिन उन्हें पूरा भरोसा है कि उनके निर्वाचन क्षेत्र के लोग काशी को संभाल लेंगे। पीएम ने कहा, 'यह एक लंबी लड़ाई है जिसमें काशीवासियों को अपना योगदान देना है।' पीएम ने इस मौके पर कोरोना वायरस के प्रति जागरूकता देने वाले वाट्सएप नंबर को भी लोगों के साथा साझा किया। पीएम ने कहा कि 9013151515 पर 'नमस्ते' टाइप करते ही दूसरी तरफ से जवाब आना शुरू हो जाता है। इस नंबर पर लोग कोरोना वायरस से बचने और उपायों के बारे में जानकारी पा सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि करोना का जवाब हम करुणा से दे सकते हैं। साथ ही पीएम ने लोगों से अपील की कि वे किसी बीमारी का खुद से कोई इलाज न करें। किसी की तरह की परेशानी होने पर डॉक्टरों से सलाह लेने की अपील की। पीएम ने कोरोना वायरस के खिलाफ अभियान में शामिल डॉक्टर, नर्स और अन्य लोगों को परेशान किए जाने की घटनाओं पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि डॉक्टर और नर्स देश की सेवा कर रहे हैं उनके साथ ऐसा बर्ताव नहीं होना चाहिए। पीएम ने कहा कि इस तरह की घटनाओं पर तुरंत सख्त कार्रवाई के लिए उन्होंने राज्यों के डीजीपी को निर्देश दिए हैं।