नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की महात्वकांक्षी मुहिम डिजिटल इंडिया के लाभार्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत जारी है। डिजिटल इंडिया के लाभार्थियों से बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस योजना से देश आत्मनिर्भरता की राह पर तेजी से आगे बढ़ा है। डिजिटल इंडिया ने लोगों के कौशल को निखारा है। पीएम ने कहा कि वन नेशन, वन रेशन कार्ड से देश में क्रांतिकारी बदलाव आया है।
संजीवनी एप से इलाज आसान हुआ-डॉक्टर
आयुष संजीवनी एप के जरिए मरीजों का इलाज करने वाले लखनऊ के एक डॉक्टर ने प्रधानमंत्री को बताया कि अब ऐसे लोगों का इलाज वह कर पा रहे हैं जो किसी कारण से उनके पास नहीं पहुंच पा रहे थे। इस एप के माध्यम से हम मरीजों को अच्छी तरह से समझ पाते हैं। इस संजीवनी एप में पुराने रिकॉर्ड अपलोड करने का भी विकल्प है। इससे मरीज का इलाज करने में मदद मिलती है। डॉक्टर का कहना है कि मानसिक रोगियों के लिए नुस्खा बेहद आसानी से दिया जा सकता है।
संजीवनी एप वरदान साबित हुआ-पीएम
पीएम ने कहा कि कोरोना काल में अस्पतालों में दूसरी बीमारियों का इलाज नहीं हो पा रहा है। लोगों को असुविधा से बचाने के लिए सरकार ने टेलिमेडिसीन पर जोर दिया। इसका लाभ लाखों लोगों को मिला है। नई तकनीक के साथ यह सुविधा और भी बेहतर होने वाली है। संजीवनी एप अपने आप में एक वरदान साबित हुई है।
योजना के छह साल हुए हैं पूरे
सरकार ने एक जुलाई 2015 को अपनी इस पहल की शुरुआत की। चार सालों के दौरान इस डिजिटल इंडिया का असर सरकारी कामकाज पर दिखा है। इस डिजिटल इंडिया मुहिम से सरकार और नागरिकों के बीच की दूरी कम हुई है। सरकारी योजनाओं में लोगों की भागीदारी बढ़ने के साथ-साथ उनका सशक्तिकरण हुआ है।
वन नेशन वन कार्ड, दीक्षा योजना सहित प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के लाभार्थियों ने डिजिटल इंडिया के अपने अनुभव पीएम मोदी के साथ साझा किए।