तस्वीर साभार: ANI
मुख्य बातें
- सभी राज्यों में बीजेपी की लहर है, भारी बहुमत से जीतेंगे: मोदी
- काम के आधार पर 3 चुनाव जीते, 2022 में भी जीतेंगे: पीएम मोदी
- 5 साल में एक बार चुनाव हो, तो ED-CBI नहीं दिखेगी: PM
उत्तर प्रदेश में पहले चरण के लिए 10 फरवरी को वोटिंग होनी है। उससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूज एजेंसी ANI को इंटरव्यू दिया है। 70 मिनट के इस इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कई मसलों पर बातचीत की। उन्होंने उत्तर प्रदेश समेत 5 राज्यों में होने वाले चुनावों को लेकर अपनी बात रखी। इसके अलावा कृषि कानूनों को वापस लेना, पंजाब में उनकी सुरक्षा में हुई चूक, लखीमपुर खीरी मामले पर भी उन्होंने अपना पक्ष रखा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इंटरव्यू की खास बातें:
- मैं इस चुनाव में सभी राज्यों में देख रहा हूं कि भाजपा के प्रति लहर है, भारी बहुमत से भाजपा जीतेगी। हमें सेवा का मौका इन सभी 5 राज्यों की जनता देगी। जिन राज्यों ने हमें सेवा का मौका मिला है उन्होंने हमें परखा है, हमारे काम को देखा है।
- अखिलेश यादव के आरोपों पर पीएम मोदी ने कहा कि अगर कोई योगी जी की मेहनत और सफल योजनाओं को भुनाने की कोशिश करता है, तो मैं उससे जो समझता हूं, वह यह है कि उनकी योजनाएं इतनी अद्भुत हैं कि वे असंभव को संभव बना देते हैं, प्रतिद्वंद्वी भी इसे भुनाने के लिए निकल पड़ते हैं। मैं इसे योगी जी का श्रेय मानता हूं।
- मैं जो नकली समाजवाद की चर्चा करता हूं ये पूरी तरह परिवारवाद है। लोहिया जी का परिवार कहीं नजर आता है क्या? जॉर्ज फर्नांडिस का परिवार कहीं नजर आता है क्या? नीतीश बाबू का परिवार कहीं नजर आता है क्या? ये समाजवादी लोग हैं, कहीं इन सबका परिवार नजर आता है क्या?
- एक बार किसी ने मुझे चिट्ठी भेजी थी कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के परिवार से 45 लोग ऐसे थे जो किसी न किसी पद पर थे। किसी ने मुझे कहा कि उनके पूरे परिवार में 25 साल से अधिक आयु के हर व्यक्ति को चुनाव लड़ने का मौका दिया गया है। एक परिवार से अनेक लोग जनता के बीच जाएं और जनता उनका चुनाव करके भेजे, वो राजनीति का एक पहलू है। दूसरा एक परिवार के लोग ही उस पार्टी के अध्यक्ष बनें, कोषाध्यक्ष बनें, उस पार्लियामेंट्री बोर्ड बनें, पिताजी अगर नहीं कर सकते तो पुत्र उस पार्टी का अध्यक्ष बनें। ये जो विरासत के रूप में चल रहा है, डायनेस्टी के रूप मे चल रहा है। ये जब होता है तब पार्टी परिवार की बन जाती है। परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र की सबसे बड़ी दुश्मन है। क्योंकि लोकतंत्र के मूलभूत सिद्धांतो को ही यह नकारता है।
- ये दो लड़कों वाला खेल हमने पहले भी देखा था और उन्हें इतना अहंकार था कि उन्होंने गुजरात के दो गधे ये शब्द प्रयोग किया था। इसके बाद उत्तर प्रदेश की जनता ने उनको हिसाब सीखा दिया। एक बार तो 2 लड़के भी थे और एक बुआ जी भी उनके साथ थी, फिर भी उनके हाल नहीं बदले।
- मैं किसानों के दिल जीतने के लिए निकला हुआ इंसान हूं। मैं छोटे किसानों का दर्द समझता हूं और मैंने हमेशा उनके दिल जीतने का प्रयास किया है और हिंदुस्तान के किसानों ने मेरा समर्थन किया भी है। मैंने उस दिन टीवी में कहा था कि किसानों की भलाई के लिए मैंने कदम उठाए, लेकिन आज देशहित में मैं इनको वापिस कर रहा हूं। बाद के घटनाक्रमों से पता चलेगा कि क्यों जरूरत पड़ी थी।
- हमारा मानना है कि देश की प्रगति के लिए हमें क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करना होगा। मैं भी एक सीएम था, और राज्यों की आकांक्षाओं को समझता हूं। पहले भारत आने वाले नेता केवल दिल्ली जाते थे, लेकिन मैं उन्हें अलग-अलग राज्यों में ले गया। भारत में दुनिया भर के मेहमान आते हैं तो पहले उनका दिल्ली में ही आना और जाना होता था। मैं चीन के राष्ट्रपति को तमिलनाडु, फ्रांस के राष्ट्रपति को उ.प्र. और जर्मन चांसलर को कर्नाटक ले गया। देश की शक्ति को उभारना, हर राज्य को प्रोत्साहन देना हमारा काम है। UN में मैं तमिल में बोलता हूं दुनिया को गर्व होता है कि भारत के पास दुनिया की सबसे पुरानी भाषा है। हमने देश में 100 से अधिक आकांक्षी जिलों की पहचान की। आज, इनमें से कुछ जिलों ने कई मानकों पर राष्ट्रीय औसत को पार कर लिया है। यह क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करने का एक तरीका है।
- लखीमपुर खीरी मामले पर PM मोदी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट जो कमेटी बनाना चाहती थी, राज्य सरकार ने सहमति दी। जिस जज के नेतृत्व में जांच चाहती थी सरकार ने सहमति दी। राज्य सरकार पारदर्शिता के साथ काम कर रही है तभी सुप्रीम कोर्ट की इच्छा के अनुसार सारे निर्णय करती है।
- पंजाब के फिरोजपुर में उनकी सुरक्षा में हुई चूक पर पीएम मोदी ने कह कि मैंने इस मुद्दे पर चुप्पी बनाए रखी है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले को गंभीरता से देख रहा है। इस संबंध में मेरे द्वारा दिए गए किसी भी बयान से जांच प्रभावित होगी, और यह सही नहीं है।
- हमारा देश इतना बड़ा है, अगर हम एक दूसरे के विपरीत काम करेंगे तो हमारे संसाधन नष्ट हो जाएंगे और देश के विकास की गति रुक जाएगी। इसलिए बहुत आवश्यक है कि लोगों के कल्याण के काम हम मिल बैठकर करें और ज्यादा तेजी से करें।