- NSA अजीत डोभाल ने हाल ही में सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात का दौरा किया है
- बताया जाता है कि इस यात्रा के दौरान ही पीएम मोदी के सऊदी दौरे के लिए पृष्ठभूमि तैयार हुई
- सऊदी अरब दुनिया में तेल का सबसे बड़ा निर्यातक है और भारत में बड़े निवेश की संभावनाएं तलाश रहा है
नई दिल्ली : कश्मीर मुद्दे को लेकर पाकिस्तान से तनातनी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जल्द ही सऊदी अरब का दौरा करने की संभावना है, जिस दौरान उनकी सऊदी शीर्ष नेतृत्व से कश्मीर मसले पर बात हो सकती है। उनके संभावित सऊदी दौरे की बात ऐसे समय में सामने आई है, जबकि इसी सप्ताह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने पहले सऊदी अरब और फिर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) का दौरा किया।
बताया जाता है कि डोभाल की सऊदी अरब प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात हुई, जिस दौरान उन्होंने कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अहम प्रावधानों को निरस्त करने पर भारत का पक्ष रखा। सूत्रों का यह भी कहना है कि सऊदी अरब ने इस पर कहा कि वह इस संबंध में भारत की स्थिति को समझता है। बताया जाता है कि डोभाल के इसी दौरे के दौरान पीएम मोदी के सऊदी दौरे की पृष्ठभूमि तैयार हुई, जिस दौरान उनकी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से भी द्विपक्षीय बातचीत होने की संभावना है।
हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सऊदी दौरे को लेकर अभी आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं बताया गया है, पर उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि यह दौरा इस महीने के आखिर में हो सकता है। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने 2016 में सऊदी अरब का दौरा किया था, जब उन्हें अब्दुल अजीज सऊद के नाम पर सर्वोच्च नागरिक सम्मान भी प्रदान किया गया था। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस ने इस साल फरवरी में भारत का दौरा किया था। उनका यह दौरा पुलवामा हमले की पृष्ठभूमि में हुआ था। इस दौरान वह पाकिस्तान भी गए थे।
सऊदी अरब दुनिया में तेल का सबसे बड़ा निर्यातक है और यह भारत में रिफाइनिंग, एनर्जी और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में लगभग 100 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करने का इच्छुक है। देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी अरामको भी भारतीय कंपनियों के साथ साझेदारी की संभावनाएं तलाश रही है, जिसके दो संयंत्रों पर अभी हाल ही में रॉकेट हमला हुआ। इसकी जिम्मेदारी यमन के हौती विद्रोहियों ने ली है, जिसके बारे में सऊदी अरब और अमेरिका का कहना है कि उसे ईरान का समर्थन हासिल है।