- वैक्सीनेशन से ज्यादा टेस्टिंग और ट्रैकिंग पर हो ज्यादा जोर- मोदी
- पीएम मोदी बोले- 45 साल से ऊपर के सभी लोगों को लगे टीका, इसे बनाए लक्ष्य
- वैक्सीनेशन के साथ साथ हमें ये भी ध्यान रखना है कि वैक्सीन लगवाने के बाद की लापरवाही न बढ़े- मोदी
नई दिल्ली: देश में कोरोना के लागातर बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर रहे हैं। बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भाग लिया। इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। मीटिंग के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कोरोना के मामले दोबारा बढ़ रहे हैं जिससे सर्तक रहना जरूरी है।
70 फीसदी आरटी- पीसीआर परीक्षण कराना जरूरी
पीएम मोदी ने कहा, 'आज हम जितनी ज्यादा वैक्सीन की करते हैं, इससे ज्यादा हमें टेस्टिंग पर बल देने की जरूरत है। टेस्टिंग और ट्रेकिंग की बहुत बड़ी भूमिका है। टेस्टिंग को हमें हल्के में नहीं लेना होगा। हमें परीक्षण बहुत बढ़ाना होगा। हमें पॉजिटिविटी दर को 5% से नीचे लाना चाहिए। हमारा लक्ष्य 70% आरटी-पीसीआर परीक्षण करना है। ‘Test, Track, Treat’, Covid appropriate behaviour और Covid Management, इन्हीं चीजों पर हमें बल देना है। हमें टेस्टिंग पर बल देना होगा। हम शुरुआती लक्षण में ही डॉक्टर के पास जाएं. उन्होंने कहा कि कोरोना एक ऐसी चीज है जब तक आप उसे लेकर नहीं आएंगे, यह नहीं आएगा। हमें टेस्टिंग और ट्रैकिंग को बढ़ाना होगा।'
टीका उत्सव की अपील
पीएम मोदी ने कहा, 'वैक्सीनेशन के साथ साथ हमें ये भी ध्यान रखना है कि वैक्सीन लगवाने के बाद की लापरवाही न बढ़े। हमें लोगों को ये बार-बार बताना होगा कि वैक्सीन लगने के बाद भी मास्क और सावधानी जरूरी है। 11 अप्रैल, ज्योतिबा फुले जी की जन्मजयंति है और 14 अप्रैल, बाबा साहेब की जन्म जयंति है, उस बीच हम सभी ‘टीका उत्सव’ मनाएं। हमारा प्रयास यही होना चाहिए कि इस टीका उत्सव में हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट करें। मैं देश के युवाओं से भी आग्रह करूंगा कि आप अपने आसपास जो भी व्यक्ति 45 साल के ऊपर के हैं, उन्हें वैक्सीन लगवाने में हर संभव मदद करें। हमारा प्रयास यही होना चाहिए कि इस टीका उत्सव में हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट करें। मैं देश के युवाओं से भी आग्रह करूंगा कि आप अपने आसपास जो भी व्यक्ति 45 साल के ऊपर के हैं, उन्हें वैक्सीन लगवाने में हर संभव मदद करें'
पीएम मोदी ने कही ये बात
पीएम मोदी ने कहा, 'देश में इस बार कोविड संक्रमण की बढ़ोतरी पहले से भी तेज है। हम सब के लिए यह चिंता का विषय है। इस बार लोग पहले की अपेक्षा बहुत लापरवाह हो गए हैं। कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए फिर से युद्ध स्तर पर काम करना जरूरी है। अधिकतर राज्यों में प्रशासन ही सुस्त नजर आ रहा है। ऐसे में कोविड के मामलों में अचानक बढ़ोतरी ने मुश्किलें ज्यादा पैदा की हैं। तमाम चुनौतियों के बाद भी हमारे पास पहले की अपेक्षा बेहतर अनुभव और संसाधन हैं और वैक्सीन भी हमारे पास है। महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पंजाब, मध्यप्रदेश और गुजरात समेत कई राज्य फ़र्स्ट वेव की पीक को भी क्रॉस कर चुके हैं। कुछ और राज्य भी इस ओर बढ़ रहे हैं। हम सबके लिए ये चिंता का विषय है।'
कोरोना कर्फ्यू
पीएम मोदी ने कहा, 'हमारे पास संसाधन ज्यादा हैं, इसकी बदौलत हम कोरोना पीक को कम कर सकते हैं। मेरा अनुभव कहता है कि एक अच्छा मैनेजमेंट और एक अच्छा बरताव और सजगता हमें कोरोना से लड़ने में मदद करेगा। नाइट कर्फ्यू को कोरोना कर्फ्यू कहें, ताकि कोरोना के प्रति सजगता बनी रहे। हमने नाइट कर्फ्यू इसलिए लगाया ताकि लोगों के जीवन पर इसका कम असर पड़े। हमें ये सुनिश्चित करना है कि कोविड 19 के खिलाफ जमीन पर चल रहे प्रयासों में सुस्ती नहीं करनी है।'
ममता नहीं हुईं शामिल
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोविड-19 की स्थिति पर मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से बुलाई गई डिजिटल बैठक में शामिल नहीं हुई हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में एक दिन में कोविड-19 के 1,26,789 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामले बढ़ कर 1,29,28,574 हो गए हैं जबकि वायरस से अब भी संक्रमित लोगों की संख्या फिर से नौ लाख का आंकड़ा पार कर गई है।