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सोमनाथ में नए सर्किट हाउस का उद्घाटन, PM मोदी बोले- पर्यटन बढ़ाने के लिए ये 4 चीजें जरूरी

Updated Jan 21, 2022 | 11:50 IST

Somnath Circuit House: सोमनाथ मंदिर न केवल धार्मिक रूप से महत्‍व रखता है, बल्कि समु्द्र किनारे स्थित इस मंदिर की खूबसूरत साज-सज्‍जा यूं भी मन मोह लेती है। उम्‍दा सजावट के बीच इसकी छटा देखते ही बनती है। अब इस मंदिर के पास ही नए सर्किट हाउस का निर्माण किया गया है।

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तस्वीर साभार:&nbspPTI
सोमनाथ मंदिर के नजदीक सर्किट हाउस से दिखेगा समुद्र का अद्भुत नजारा, पीएम मोदी आज करेंगे उद्घाटन

सोमनाथ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गुजरात स्थित सोमनाथ मंदिर के पास नए सर्किट हाउस का उद्घाटन किया। इस मौके पर पीएम ने कहा कि सोमनाथ मंदिर आस्था और संस्कृति का बड़ा केंद्र है। पीएम ने कहा कि देश आज पर्यटन को समग्र नजरिए से देख रहा है। देश में पर्यटन बढ़ाने के लिए सरकार स्वच्छता, सुविधा, समय एवं सोच पर जोर दे रही है। सोमनाथ मंदिर के पास बने इस नए सर्किट हाउस में पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएं तैयार की गई हैं। इस नए सर्किट हाउस में क्रांफ्रेंस रूम, ऑडिटोरियम, वीआईपी डिलक्स कमरे तैयार किए गए हैं। सर्किट हाउस के प्रत्येक कमरे से समुद्र का नजारा देखने को मिलेगा। 

पर्यटन बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रही सरकार-पीएम
पीएम ने कहा कि पिछले 7 सालों में देश ने पर्यटन की संभावनाओं को साकार करने के लिए लगातार काम किया है। पर्यटन केन्द्रों का ये विकास आज केवल सरकारी योजना का हिस्सा भर नहीं है, बल्कि जनभागीदारी का एक अभियान है। देश की हेरिटेज साइट्स, हमारी सांस्कृतिक विरासतों का विकास इसका बड़ा उदाहरण है।

'समुद्र की लहरें भी दिखेंगी और सोमनाथ का शिखर भी नजर आएगा'
सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग जब यहां शांति से अपने कमरे में बैठेंगे, तो उन्हें समुद्र की लहरें भी दिखेंगी और सोमनाथ का शिखर भी नजर आएगा। जिन परिस्थितियों में सोमनाथ मंदिर को तबाह किया गया, और फिर जिन परिस्थितियों में सरदार पटेल जी के प्रयासों से मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ, वो दोनों ही हमारे लिए एक बड़ा संदेश हैं।  ये हमारी ही सरकार है जिसने रामेश्वरम में एपीजे अब्दुल कलाम स्मारक को बनवाया। इसी तरह नेताजी सुभाषचंद्र बोस और श्यामजी कृष्ण वर्मा से जुड़े स्थानों को भव्यता दी गई है।'

पीएम ने कहा, 'हमारे आदिवासी समाज के गौरवशाली इतिहास को सामने लाने के लिए देशभर में आदिवासी म्यूज़ियम्स भी बनाए जा रहे हैं। आजादी के बाद दिल्ली में कुछ गिने-चुने परिवारों के लिए ही नव-निर्माण हुआ। लेकिन आज देश उस संकीर्ण सोच को पीछे छोड़कर, नए गौरव स्थलों का निर्माण कर रहा है, उन्हें भव्यता दे रहा है। ये हमारी ही सरकार है जिसने दिल्ली में बाबा साहेब मेमोरियल का निर्माण किया। 

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सोमनाथ मंदिर पर 17 बार हो चुका है हमला

यहां गौर हो कि गुजरात के सोमनाथ मंदिर की गिनती भगवान शिव को समर्पित 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक के तौर पर होती है। हिंदुओं के पवित्र धर्म स्‍थल के रूप में महशूर यह मंदिर गुजरात के वेरावल बंदरगाह से कुछ ही दूर प्रभास पाटन में है, जिसकी महिमा आदिकाल से ही दूर-दूर तक फैली रही है। बताया जाता है कि इस पर 17 बार हमला किया गया और इसके साथ तोड़फोड़ हुई, पर हर बार विभिन्‍न राजाओं के द्वारा इसका पुननिर्माण भी होता रहा। 

गुजरात में इस वक्‍त जो सोमनाथ मंदिर खड़ा और जिसके नजदीक सर्किट हाउस का निर्माण किया गया है, उसका पुननिर्माण स्‍वतंत्र भारत में देश के गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की पहल पर किया गया था, जिसके कई वर्षों बाद दिसंबर 1995 में तत्‍कालीन राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा ने इसे राष्ट्र को समर्पित किया था। इस मंदिर की ऊंचाई लगभग 155 फीट है, जबकि मंदिर के शिखर पर रखे कलश का वजन करीब 10 टन बताया जाता है। समुद्र किनारे स्थित इस मंदिर की खूबसूरती देखते ही बनती है, जबकि प्रवेश द्वार को जिस कलात्‍मक अंदाज में तैयार किया गया है, वह भी शानदार है।
 

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