नई दिल्ली : आषाढ़ मास की पूर्णिमा इस साल 24 जुलाई (शनिवार) को पड़ रही है। भारत सरकार का संस्कृति मंत्रालय इसे धम्म चक्र दिवस के तौर पर भी मनाता है। इस बार आषाढ़ मास की पूर्णिमा कोरोना संकट के बीच पड़ रही है और इसलिए इसे ध्यान में रखते हुए किसी व्यापक कार्यक्रम का आयोजन नहीं होना है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों के साथ संदेश साझा करेंगे।
पीएम मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 24 जुलाई (शनिवार) को सुबह 8:30 बजे वह आषाढ़ पूर्णिमा-धम्म चक्र दिवस कार्यक्रम में अपना संदेश देशवासियों के साथ साझा करेंगे।
धम्म चक्र दिवस के रूप में मनाया जाता है ये दिन
आषाढ़ मास की पूर्णिमा इस साल 24 जुलाई (शनिवार) को है, जिसे गुरु पूर्णिमा भी कहा जाता है। इसी दिन ही वेद व्यास जी का जन्म हुआ था, जिन्होंने मानव सभ्यता को चारों वेदों का ज्ञान दिया और पुराणों की रचना की थी। इस दिन गुरु की पूजा की जाती है।
भारत सरकार का संस्कृति मंत्रालय इसे धम्म चक्र दिवस के रूप में भी मनाता है। दुनिया भर में बौद्ध धर्म के अनुयायी इस दिन को धर्म चक्र प्रवर्तन या 'धर्म के चक्र के घूमने' के दिवस के रूप में मनाते हैं। इस दिन को बौद्ध और हिंदू दोनों धर्म के लोग अपने गुरु के प्रति सम्मान जताने के तौर पर मनाते हैं।