- पीएम नरेंद्र मोदी चक्रवात अम्फान से प्रभावित पश्चिम बंगाल और ओडिशा का दौरा करेंगे
- इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से दौरे की अपील की थी
- कोरोना संकट के बीच पश्चिम बंगाल और ओडिशा में चक्रवात अम्फान से भीषण तबाही हुई है
नई दिल्ली : चक्रवात अम्फान की वजह से पश्चिम बंगाल और ओडिश में हुई तबाही का आकलन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को इन दोनों राज्यों का दौरान करेंगे। पीएम मोदी प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पीएम मोदी इस दौरान कई बैठकों में हिस्सा लेंगे, जिनमें राहत एवं पुनर्वास पर चर्चा होगी।
25 मार्च के बाद दिल्ली से बाहर पहला दौरा
देश में कोराना संक्रमण और 25 मार्च से लागू लॉकडाउन के बीच पीएम मोदी का यह दिल्ली से बाहर पहला दौरा होगा। विगत कुछ समय से पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ही कई बैठकों में शामिल होते रहे हैं। लेकिन अब वह अम्फान चक्रवात से प्रभावित पश्चिम बंगाल और ओडिशा का दौरा करने जा रहे हैं, जिससे इन दोनों राज्यों में भारी तबाही हुई है। इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से अपील की थी कि उन्हें राज्य का दौरा करना चाहिए।
'पीएम मोदी आएं और प्रभावित इलाकों का दौरा करें'
पश्चिम बंगाल में चक्रवात अम्फान से 72 लोगों की जान गई है, जबकि कोरोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ है। राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि चक्रवात से जो तबाही हुई है, उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने यह भी कहा कि अपनी जिंदगी में उन्होंने कभी इतना भयंकर चक्रवात और विनाश पहले कभी नहीं देखा। उन्होंने कहा, 'मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध करूंगी कि वह आएं और चक्रवात अम्फान से प्रभावित इलाकों का दौरा करें।'
पीएम मोदी सुबह करीब 10:15 बजे कोलकाता पहुंचेंगे। इसके बाद वह बैठक में हिस्सा लेंगे। बाद में वह प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। प्रोटोकॉल के तहत ममता बनर्जी एयरपोर्ट पर उनका स्वागत करेंगी। पश्चिम बंगाल में चक्रवात प्रभावित इलाकों के दौरे के बाद पीएम मोदी दोपहर करीब 2:30 बजे भुवनेश्वर पहुंचेंगे। वह कई बैठकों में भी हिस्सा लेंगे।
पश्चिम बंगाल में भीषण तबाही
ममता बनर्जी ने कहा कि वह खुद भी जल्द ही प्रभावित इलाकों का दौरान करेंगी। प्रभावित इलाकों में शुरुआती निर्माण कार्यों के लिए 1,000 करोड़ रुपये के एक विशेष कोष की घोषणा करते हुए उन्होंने केंद्र से भी तबाह इलाकों में पुनर्निर्माण और प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए सहायता का अनुरोध किया।
पश्चिम बंगाल, ओडिशा में अम्फान चक्रवात ने ऐसे समय में तबाही मचाई, जबकि देश पहले ही कोरोना संकट से जूझ रहा है। पश्चिम बंगाल में अम्फान चक्रवात से राजधानी कोलकाता सहित पूर्वी मिदनापुर, हावड़ा और उत्तरी व दक्षिणी 24 परगना जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।