- भारत पहुंचे 5 राफेल लड़ाकू विमानों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वागत किया है
- पीएम मोदी ने राफेल के वीडियो के साथ संस्कृत का श्लोक भी ट्वीट किया
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी राफेल के स्वागत में कई ट्वीट किए
नई दिल्ली: 27 जुलाई को फ्रांस से चले 5 राफेल लड़ाकू विमान करीब 7000 किलोमीटर की दूरी तय करके भारत के अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर पहुंच चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राफेल का भारत में स्वागत किया है। उन्होंने राफेल के वीडियो के साथ संस्कृत में ट्वीट भी किया है। पीएम मोदी ने ट्वीट किया है, 'राष्ट्ररक्षासमं पुण्यं, राष्ट्ररक्षासमं व्रतम्, राष्ट्ररक्षासमं यज्ञो, दृष्टो नैव च नैव च।। नभः स्पृशं दीप्तम्... स्वागतम्! #RafaleInIndia'
इसका अर्थ है, 'राष्ट्र रक्षा के समान कोई पुण्य नही, राष्ट्र रक्षा के समान कोई व्रत नही, राष्ट्र रक्षा के समान कोई यज्ञ नहीं है, नहीं है। आप का रूप आकाश तक दमक रहा है। स्वागत है।' संस्कृत का ये श्लोक गीता के 11वें अध्याय से लिया गया है।
राफेल विमानों के अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पहुंचने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा, 'राफेल विमानों का भारत आना हमारे सैन्य इतिहास में एक नए युग की शुरुआत। मुझे बेहद खुशी है कि भारतीय वायु सेना की लड़ाकू क्षमता को सही वक्त पर मजबूती मिली है। अगर किसी को हमारी नई क्षमता से चिंतित होना चाहिए तो उन्हें होना चाहिए जो हमारी क्षेत्रीय अखंडता को खतरे में डालना चाहते हैं।'
फ्रांस के बोरदु शहर में स्थित मेरिगनेक एयरबेस से 7,000 किलोमीटर की दूरी तय करके ये विमान आज हरियाणा में स्थिति अंबाला एयरबेस पर उतरे। राफेल विमानों के भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद दो सुखोई 30एमकेआई विमानों ने उनकी आगवानी की और उनके साथ उड़ते हुए अंबाला तक आए। भारत ने 2016 में फ्रांस की एरोस्पेस कंपनी दसाल्ट एविएशन के साथ 36 लड़ाकू विमान खरीदने के लिए 59,000 करोड़ रुपए का सौदा किया था। इन्हें भारतीय वायुसेना के स्क्वाड्रन 17 में शामिल किया जाएगा जो 'गोल्डन एरोज' के नाम से प्रसिद्ध है। अंबाला पहुंचे पांच राफेल विमानों में से तीन राफेल एक सीट वाले जबकि दो राफेल दो सीट वाले लड़ाकू विमान हैं।