Post-Covid Complications: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की चाल भारत में भले ही फिलहाल थोड़ी सुस्त हो गई हो, मगर इस बीमारी से विश्व को पूरी तरह छुटकारा नहीं मिल पाया है। लोग कोविड से उबर तो जा रहे हैं, पर इस संक्रमण के ठीक के बाद वे इससे जुड़े कॉम्पलिकेशंस (अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं) की चपेट में आते दिख रहे हैं।
रोचक बात है कि ज्यादातर मामलों में लोगों को कोरोना होने से पहले इस तरह के कॉम्पलिकेशंस वाली दिक्कतें पहले कभी नहीं हुई थीं, पर जैसे-जैसे इस वायरस को समय हो रहा है, यह म्यूटेट होने के साथ अपना रूप, तेवर-कलेवर बदलता जा रहा है। इस बीच, हेल्थ एक्सपर्ट्स ने इसके कॉम्पलिकेशंस को लेकर चेताया है।
दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के न्यूरोलॉजी विभाग (Deptt of Neurology) की हेड प्रोफेसर पी.श्रीवास्तव ने समाचार एजेंसी एएनआई को इस बारे में बताया, "कोरोना के बाद कॉम्प्लिकेशंस (कुछ शारीरिक समस्याएं) विकसित हो सकती हैं...दिमाग में। ब्रेन अटैक, आर्टरीज (धमनियों) या फिर वीन्स (नसों) में स्ट्रोक पड़ सकता है और मस्तिष्क की सूजन सरीखी तत्काल तीव्र स्थितियां पैदा हो सकती हैं।"
हालांकि, उन्होंने आगे यह भी कहा कि इस मसले पर फिलहाल रिसर्च जारी है। फिलहाल कोई ब्लैक या व्हाइट (नकारात्मक या सकारात्मक/गलत और सही) तस्वीर सामने नहीं आई है।
इस बीच, दिल्ली में फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हर्ट इंस्टीट्यूट (Fortis Escorts Heart Institute) के चेयरमैन डॉ.ए.सेठ ने बताया- यह सच है कि गंभीर कोविड वाले मरीजों के एक साल में स्वास्थ्य संबंधी परिणाम खराब होते हैं, लेकिन हल्के कोविड वाले भी दिल के दौरे की घटनाओं को बढ़ा सकते हैं...हम सभी कोविड रोगियों से लक्षणों को नजरअंदाज न करने और खुद की जांच कराने के लिए कहते हैं।
इस बीच, भारत में 24 घंटे में 5,910 नए मामले सामने आए। सोमवार (पांच सितंबर, 2022) सुबह केंद्र की ओर से यह जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह जारी किए डेटा के मुताबिक, एक दिन में कोविड-19 के 5,910 नए मामले आने से देश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 4,44,62,445 हो गई, जबकि मरने वालों का आंकड़ा 5,28,007 हो गया है। हिंदुस्तान में फिलहाल कोरोना वायरस के इलाजरत मरीजों की संख्या घटकर 53,974 हो गई है।