नई दिल्ली : पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न प्रणब मुखर्जी का आज (31 अगस्त) निधन हो गया। वे 84 वर्ष के थे। उन्होंने आखिरी सांस सेना के अनुसंधान एवं रेफरल अस्पताल में ली। मुखर्जी 2012 से 2017 के बीच 13वें राष्ट्रपति थे। हाल ही में उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें 10 अगस्त को सेना के इस अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनकी मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी। बाद में उनके फेफड़ों में भी संक्रमण हो गया था। धीरे-धीरे उनके शरीर के अंगों ने काम करना बंद किया दिया। उनके निधन के बाद देशभर में शौक की लहर फैल गई। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रणब मुखर्जी के निधन पर कहा कि देश के एक विलक्षण सपूत के चले जाने से पूरा राष्ट्र शोकाकुल है, उनके परिजनों, मित्रों और सभी नागरिकों के प्रति संवेदनाएं।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न श्री प्रणब मुखर्जी जी के निधन पर गहरा दुख हुआ। वह एक बहुत ही अनुभवी नेता थे जिन्होंने पूरी निष्ठा के साथ देश की सेवा की। प्रणब दा का प्रतिष्ठित करियर पूरे देश के लिए गर्व की बात है। प्रणब दा का जीवन हमेशा उनकी त्रुटिहीन सेवा और हमारी मातृभूमि के लिए अमिट योगदान के लिए पोषित रहेगा। उनके निधन ने भारतीय राजनीति में एक बहुत बड़ा शून्य छोड़ दिया है। इस अपूरणीय क्षति पर उनके परिवार और अनुयायियों के साथ मेरी ईमानदारी से संवेदना है। ओम शांति शांति शांति।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट कहा कि बहुत दुख के साथ, राष्ट्र को हमारे पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी के दुर्भाग्यपूर्ण निधन की खबर मिली। मैं उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए देश के साथ हूं। शोक संतप्त परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी गहरी संवेदना।
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि प्रणब मुखर्जी जी के निधन पर बहुत दुख हुआ है। उनके काम को लोग हमेशा याद रखेंगे। देश ने एक बहुत अच्छा देशभक्त सपूत खो दिया है। हम प्रार्थना करेंगे कि उनकी आत्मा को शांति मिले। उनके बेटे और बेटी को साहस मिले।
जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि कांग्रेस की परंपरा में इस समय प्रणब जी अकेले व्यक्ति थे जिनके साथ इतिहास, संस्कृति एवं राजनीति के व्यापक पक्षों पर लंबा संवाद हो सकता था। यह अपूरणीय क्षति है। मेरी विनम्र श्रद्धांजलि।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न श्री प्रणब मुखर्जी जी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि श्री प्रणब मुखर्जी जी सार्वजनिक जीवन में शुचिता, पारदर्शिता एवं स्पष्टवादिता की प्रतिमूर्ति थे।
उत्तर प्रदेश उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भारत रत्न और भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर बेहद दुख हुआ है। उनके परिजनों को, उनके समर्थकों को ये दुख सहने की शक्ति मिले। यह देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है, जिसकी भरपाई करना मुश्किल है।
मध्य प्रदेश CM शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व राष्ट्रपति मा. श्री प्रणब मुखर्जी के निधन के समाचार को सुनकर अत्यंत दु:ख हुआ। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं। ॐ शांति! : देश के विकास में उनका (पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी) अतुलनीय योगदान रहा है। आजादी के बाद से ही लगातार केंद्र सरकार में विभिन्न पदों पर रहकर उन्होंने मां भारती और जनता की सेवा की है। मैं उनके चरणों में श्रद्धा के सुमन अर्पित करता हूं।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि देश के पूर्व राष्ट्रपति, भारतरत्न प्रणब मुखर्जी जी के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है। उनकी मृत्यु देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है। प्रणब दा, उमदा व्यक्तित्व के धनी और अच्छे मित्र थे।
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में उनका योगदान इतिहास के सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। वो अपने आप में एक इनसाइक्लोपीडिया थे। ऐसे शख्स राजनीति में बहुत कम दिखते हैं। कांग्रेस पार्टी के वो भीष्म पितामह थे। उनकी सहमति के बिना कांग्रेस पार्टी कोई फैसला नहीं ले सकती थी।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि देश ने एक महान सपूत खोया है। भारत रत्न प्रणब मुखर्जी के निधन से पूरा देश दुखी है। चाहे पार्लियामेंट में उनका भाषण हो या उनसे कोई मुलाकात वो हमेशा एक अच्छे शिक्षक के रूप में पेश आए। उनको हमारी भावपूर्ण श्रद्धांजलि।
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि प्रणब दा से मेरे पुराने संबंध थे, जब मैं नौजवान था और फुल टाइम राजनीति में भी नहीं आया था, तब से उन्होंने मेरा मार्गदर्शन किया है। 1979 में उन्होंने मुझे चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया। उनसे मैंने बहुत कुछ सीखा है। मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।