- रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच खाद्य वस्तुओं की सप्लाई में आ रही दिक्कतों पर दोनों नेता बात करेंगे।
- एशिया-प्रशांत इकोनॉमिक फ्रेमवर्क के विकास पर चर्चा होगी।
- 2+2 वार्ता के पहले मोदी-बाइडेन की बातचीत बेहद अहम है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच आज द्विपक्षीय संबंधों को लेकर बातचीत होगी। वर्चुअल माध्यम से होने वाली इस बातचीत में COVID-19 महामारी, जलवायु संकट, वैश्विक अर्थव्यवस्था और एशिया-प्रशांत सहित कई मुद्दों पर चर्चा होगी। इसके अलावा एजेंडे में रूस-यूक्रेन के बाद बदली परिस्थिति और वैश्विक स्तर पर खाद्य वस्तुओं की आपूर्ति में आई दिक्कतों आदि को लेकर भी चर्चा होगी। दोनों देशों के बीच 2 + 2 मंत्रिस्तरीय बैठक से पहले दोनों नेताओ की बैठक बेहद अहम है।
ये है एजेंडा
इस मीटिंग के एजेंडे पर व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जेन साकी न कहा है कि राष्ट्रपति बाइडेन और प्रधान मंत्री मोदी COVID-19 महामारी को समाप्त करने, जलवायु संकट का मुकाबला करने, वैश्विक अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और सुरक्षा, लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए एक स्वतंत्र, खुले, नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखने सहित कई अहम मुद्दों पर सहयोग पर चर्चा करेंगे। दोनों नेता एशिया-प्रशांत इकोनॉमिक फ्रेमवर्क के विकास और उच्च गुणवत्ता वाले बुनियादी ढांचे को विकसित करने के बारे में चल रही बातचीत को भी आगे बढ़ाएंगे। इसके अलावा यूक्रेन के खिलाफ रूस के क्रूर युद्ध और उसके परिणामों और वैश्विक खाद्य आपूर्ति और कमोडिटी बाजारों पर इसके अस्थिर प्रभाव को कम करने पर बातचीत होगी। इसके पहले मोदी और बाइडेन के बीच मार्च में अन्य क्वॉड नेताओं के साथ हुई बातचीत के दौरान चर्चा हुई थी।
2 + 2 मंत्रिस्तरीय बैठक
अहम बात यह है कि यह बैठक अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन, और विदेश मंत्री डॉ सुब्रह्मण्यम जयशंकर और भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच यूएस-इंडिया 2 + 2 मंत्रिस्तरीय से पहले हो रही है। इस बैठक में दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर अहम बातचीत करेंगे।
पिछले दिनों अमेरिका ने भारत के साथ रूस के संबंधों को लेकर भी चिंता जताई थी। दरअसल में यूक्रेन पर हमले के बाद जिस तरह अमेरिका भारत को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रहा है। और भारत अपनी तटस्थ नीति बनाए हुए है। इससे भी मोदी और बाइडेन की मुलाकात काफी मायने रखेगी।