- दिल्ली-NCR में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है
- दिल्ली-नोएडा में स्कूल नवंबर तक बंद कर दिए गए हैं
- इस लेकर पीएम मोदी के प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने आपातकालीन बैठक की
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली और आसपास के शहरों में वायु प्रदूषण के बढ़ते कहर को लेकर प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव ने रविवार शाम को उच्च स्तरीय बैठक की। प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए आज पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में फैसला लिया गया कि कैबिनेट सचिव राजीव गौबा हर रोज की स्थिति की निगरानी करेंगे। राज्य के मुख्य सचिवों को हर समय (24x7) अपने जिलों की निगरानी करने के लिए कहा गया है। वायु प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली में लगभग 300 टीमें मैदान में हैं, इस काम के लिए आवश्यक मशीनरी राज्यों में वितरित की गई है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में 7 औद्योगिक समूहों और प्रमुख ट्रैफिक कॉरिडोर्स पर मुख्य ध्यान केंद्रित किया गया है। केंद्र निर्माण गतिविधियों के अलावा प्रदूषणकारी इकाइयों और कचरे को जलाने पर कड़ी नजर रखे हुए है। प्रधान मंत्री के प्रधान सचिव ने पहले 24 अक्टूबर को स्थिति की समीक्षा की थी। 4 अक्टूबर को वायु प्रदूषण पर कैबिनेट सचिव द्वारा एक बैठक सहित आवश्यक तैयारी के लिए बैठकों की एक श्रृंखला हुई है। आज की बैठक में प्रधानमंत्री के प्रधान सलाहकार, कैबिनेट सचिव और कृषि, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालयों के सचिव, CPCB अध्यक्ष, IMD के महानिदेशक, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के कैबिनेट सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
दिल्ली और आसपास के शहरों में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में अधिकांश स्थानों पर रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक में हवा की गुणवत्ता अति गंभीर श्रेणी में पहुंच गई। दिल्ली और नोएडा सहित अन्य इलाकों में स्थानीय प्रशासन ने वायु प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य कारणों से मंगलवार को ही आपात स्थिति घोषित कर दी थी। रविवार को प्रदूषित हवाओं से धुंध बढ़ने के बाद दृश्यता में कमी आने के कारण दिल्ली में हवाई यातायात प्रभावित हुआ। इस कारण से दिल्ली आने वाली 37 उड़ानों का रूट बदलना पड़ा।
प्रदूषण के स्तर को देखते हुए 5 नवंबर तक स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार ने रविवार को हेल्थ एडवाइजरी जारी की। इसमें बताया गया है कि इस दौरान लोग स्वस्थ रहने के लिए क्या करें और क्या ना करें। रविवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक कई स्थानों पर 999 दर्ज किया गया। स्वीकार्य AQI स्तर 200 से नीचे है।