- कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में किसान न्याय रैली की
- इस रैली में उन्होंने लखीमपुर खीरी हिंसा का मसला उठाया और सरकार पर निशाना साधा
- उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इस मामले में केंद्रीय मंत्री व उनके बेटे को बचा रही है
वाराणसी : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 'किसान न्याय' रैली का आयोजन किया। इस दौरान वह केंद्र में पीएम मोदी और उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार के खिलाफ जमकर बरसीं। उन्होंने आरोप लगाया कि लखीमपुर खीरी हिंसा केस में सरकार केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र टेनी और उनके बेटे आशीष मिश्र को बचा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के रवैये को देखते हुए पीड़ित परिवारों को यूपी में न्याय की कोई उम्मीद नहीं रह गई है।
प्रियंका गांधी ने यहां 'किसान न्याय' रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'बीते सप्ताह केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे ने अपने वाहन से छह लोगों को कुचल दिया। पीड़ित परिवार इंसाफ चाहते हैं, लेकिन आप सबने देखा कि सरकार कैसे मंत्री और उसके बेटे को बचा रही है।
उन्होंने इस दौरान प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया लखनऊ दौरे का भी जिक्र किया और तंज भरे लहजे में कहा कि वह 'उत्तम प्रदेश' के प्रदर्शन को देखने और आजादी का अमृत महोत्सव के लिए लखनऊ पहुंचते हैं, लेकिन पीड़ितों से मिलने और उनका दुख बांटने लखीमपुर खीरी नहीं जा पाते। उन्होंने कहा कि इस देश में आज केवल दो लोग ही सुरक्षित हैं- एक बीजेपी के नेता, जो सत्ता में हैं और दूसरे उनके अरबपति मित्र।
कृषि कानूनों को लेकर बोला हमला
प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीन कृषि कानूनों और किसानों द्वारा इसके विरोध में किए जा रहे आंदोलन का भी जिक्र किया और इसे लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब तीनों कानून लागू होंगे तो किसानों की जमीन और फसल छीन ली जाएगी।
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर किसानों के बीते 10 महीनों से भी अधिक समय से जारी आंदोलन को लेकर कांग्रेस महासचिव ने कहा, 'प्रधानमंत्री अमेरिका जा सकते हैं, जापान जा सकते हैं, देश विदेश घूम सकते हैं, लेकिन अपने आवास से 10 मिनट दूर बैठे किसानों से बात नहीं कर सकते।'
प्रियंका गांधी ने रैली में अपने भाषण की शुरुआत 'जय माता दी' के उद्घोष के साथ की। इससे पहले उन्हांने बाबा विश्वनाथ मंदिर और मां दुर्गा मंदिर में दर्शन-पूजन भी किए। यह लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ित परिवारों से मिलने जाने के दौरान हिरासत में लिए जाने और फिर छोड़े जाने के बाद यूपी में प्रियंका गांधी की पहली जनसभा रही।