नई दिल्ली: प्रियंका गांधी महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच मुंबई पहुंची तो राजनीतिक खेमे में हलचल मचना स्वाभाविक ही था और ऐसा हुआ भी, लेकिन बाद में साफ हुआ कि ये प्रियंका का राजनीतिक दौरा ना होकर निजी दौरा था, दरअसल उनका मुंबई प्रवास बहुत छोटा था वो भी सिर्फ अपनी बेटी के लिए, कांग्रेस ने ट्वीट कर ये साफ किया है।
हालांकि इस दौरे के काफी सियासी मायने निकाले जाने लगे और तमाम कयास लगने लगे, शुरूआत में हालांकि इस बारे में कांग्रेस की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं बताया जा रहा था लेकिन जानकारी के अनुसार यह उनका निजी दौरा था।
इसको लेकर पार्टी प्रवक्ता जयराम रमेश ने ट्वीट कर स्थिति साफ की-
उन्होंने लिखा कि दिन भर खबरें आती रही हैं कि प्रियंका गांधी वाड्रा मुंबई पहुंच गई हैं। वह केवल अपनी बेटी के साथ रहने के लिए मुंबई से गुज़री, जो 20 साल की हो गई है और मालदीव में एक प्रशिक्षक स्तर का डाइविंग कोर्स पूरा कर रही है वह 30 जून को वापस आएंगी।
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट गहराता जा रहा है
उद्धव ठाकरे की सरकार पर संकट के बीच बागी खेमा लगातार मजबूत होता जा रहा है। शिंदे कैंप ने उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर जवाब दिया है। शिंदे गुट का कहना है कि उनके लिए 'मातोश्री' का दरवाजा बंद किया गया। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं से मिलते थे लेकिन उनसे दूरी बनाए रखी। एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं के फाइलों को मंजूरी मिली जबकि विकास कार्यों के लिए उन्हें अनुदान नहीं मिला। यही नहीं, वे अयोध्या जाना चाहते थे लेकिन उन्हें विमान से उतार लिया गया। वहीं शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट का नया वीडियो सामने आया जिसमें विधायक कह रहे हैं कि हमारे नेता उद्धव ठाकरे नहीं एकनाथ शिंदे ही हैं।