अग्निपथ योजना पर आग थमने का नाम नहीं ले रही है। आज तीसरे दिन हिंसा बिहार से होते हुए यूपी होते हुए हरियाणा से लेकर तेलंगाना तक फैल गई। एक दर्जन से ज्यादा जगहों पर ट्रेनें फूंक दी गईं। देशभर में करीब 200 ट्रेनें प्रभावित हुईं। वहीं तेलंगाना व बिहार में हुए हिंसक प्रदर्शन में दो लोगों की मौत हो गई। शुक्रवार सुबह से ही बिहार के अलग-अलग स्टेशनों से आगजनी की घटनाएं सामने आने की खबरें आने लगीं। आरा से शुरू होकर समस्तीपुर में ट्रेनों में आग लगने की मामले सामने आए।
जैसे जैसे दिन चढ़ा, वैसे ही बिहार से चली आग यूपी के बलिया के होते हुए हरियाणा, मध्य प्रदेश से आगे बढ़कर तेलंगाना तक पहुंच गई। तेलंगाना और बिहार में घटना में दो लोगों की मौत हो गई। प्रदर्शन के कारण अब तक 300 से अधिक ट्रेनों पर असर पड़ा है। रेलवे बोर्ड के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने टाइम्स नाउ नवभारत से कहा कि बुधवार को प्रदर्शन शुरू होने के बाद से 35 ट्रेन रद्द कर दी गईं। इस दौरान 13 ट्रेनों को निर्धारित समय से पहले टर्मिनेट कर दिया गया।
इधर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने युवाओं से रेलवे संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मैं युवाओं से हिंसक विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं होने और रेलवे की संपत्तियों को नुकसान नहीं पहुंचाने की अपील करता हूं। रेलवे से सभी यात्रियों से अपील भी की है कि यात्रा पर निकलने से पहले पूछताछ करके ही निकलें। साथ में जिन ट्रेनों को रद्द किया गया था उसका रिफंड करने पर पूरा पैसा वापस दिया जाएगा।
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