अलीगढ़ : नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन को लेकर विश्वविद्यालय के 1000 अज्ञात छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। ये हिंसा 15 दिसंबर को भड़की थी। 15 दिसंबर को पुलिस और छात्रों के बीच झड़पें हुईं। प्रदर्शनकारियों द्वारा उन पर पथराव करने के बाद पुलिस ने एएमयू के बाहर आंसू गैस के गोले दागे थे। इन विरोधों के मद्देनजर AMU को 5 जनवरी, 2020 तक बंद कर दिया गया है।
इससे पहले पुलिस ने 23 दिसंबर को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय परिसर में कैंडल मार्च में भाग लेने वाले 1,000-1,200 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए। ये कैंडल मार्च सीएए के विरोध में अपनी जान गंवाने वालों के लिए था।
एएमयू रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद ने बताया, 'कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा की गई गड़बड़ी के कारण एएमयू पांच जनवरी तक बंद रहेगा। पांच जनवरी तक कोई भी कक्षा या परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी।'
उन्होंने कहा कि परिसर में स्थिति तनावपूर्ण है, कुछ लड़कों और असामाजिक तत्वों ने आकर पथराव किया, इसलिए हमने पुलिस से स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए हमने आज शीतकालीन अवकाश घोषित कर दिए हैं। विश्वविद्यालय 5 जनवरी को फिर से खुल जाएगा और उसके बाद परीक्षाएं होंगी।'