- पुलवामा हमले में शहीद हुए मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल की पत्नी ने आज आर्मी ज्वॉइन कर ली
- जब विभूति शहीद हुए थे उस वक्त उनकी शादी मात्र 9 महीने पहले ही हुई थी
- अंतिम दर्शन में उनकी पत्नी निकिता ने सैल्यूट कर अपने पति को अंतिम विदाई दी थी थी
Martyr Vibhuti Dhoundiyal's wife,Nikita Dhoundiyal: साल 2019 में हुए पुलवामा हमले में मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल शहीद हो गए थे गौर हो कि शहीद मेजर ढौंडियाल की शादी मात्र 9 महीने पहले ही हुई थी ऐसे में उनकी मौत के बाद उनकी 27 वर्षीय पत्नी निकिता कौल ढौंडियाल विधवा हो गई थीं लेकिन निकिता ढौंडियाल ने उस वक्त भी हार नहीं मानी और मन बना लिया था कि वो सेना को ही ज्वाइन करेंगी उनका ये फैसला अब फलीभूत हो गया है जब निकिता ने 29 मई 2021 को लेफ्टिनेंट निकिता कौल ढौंडियाल के तौर पर आर्मी ज्वॉइन किया।
गौर हो जब शहीद मेजर ढौंडियाल का शव तिरंगे में लपेटकर देहरादून लाया गया था तब अंतिम दर्शन में उनकी पत्नी निकिता ने सैल्यूट कर अपने पति को अंतिम विदाई दी थी और तभी सेना में सेवा करने का मन बना लिया था।
उस वक्त निकिता ने कहा था कि मैं अपने पति के अधूरे काम को पूरा करना चाहती हूं तभी उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि मिलेगी आज वो सपना सच हो गया जब सेना में उनकी विधिवत ज्वाइनिंग हो गई।भारतीय सेना अपने अदम्य साहस और हिम्मत की मिसाल के लिए जानी जाती है वहीं उनके परिवार वाले भी उनके साध कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहते हैं।
मल्टीनेशनल कंपनी का जॉब छोड़कर सेना में जाने का मन
कुछ ऐसा ही साहस दिखाया था जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन में शहीद हुए मेजर विभूति शंकर ढौंढियाल की पत्नी निकिता कौल ने जो मल्टी नेशनल कंपनी में काम कर रही थीं मगर जिसने अब सेना ज्वाइन की है, इससे पहले निकिता ने शॉर्ट सेलेक्शन कमिशन (SSC) की परीक्षा के साथ-साथ इंटरव्यू भी पास कर लिया था।
चेन्नई में अपनी ट्रेनिंग पूरी की और अब सेना मे शामिल
पति की मौत के मात्र कुछ महीने के भीतर ही निकिता ने शार्ट सर्विस कमीशन (SSC) का फार्म भरा और एग्जाम पास कर सर्विस सेलेक्शन बोर्ड में इंटरव्यू दिया इंटरव्यू और एग्जाम क्लियर करने के बाद निकिता ने कमीशन के ऑफिसर ट्रेनिंग एके़डमी चेन्नई में अपनी ट्रेनिंग पूरी की और अब सेना मे शामिल हुई हैं।
निकिता कौल की शादी 2018 में हुई थी
55 आरआर में तैनात मेजर विभूति ढौंडियाल 17 फरवरी, 2019 को पुलवामा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए थे और उस वक्त उनकी उम्र महज 35 थी। उस वक्त निकिता ने जब उन्हें अंतिम सलामी दी थी तो पूरा देश भावुक हो गया था वो दृश्य था ही ऐसा क्योंकि निकिता की शादी 2018 में हुई थी और इतने कम समय में ही निकिता के पति शहीद हो गए।
निकिता कौल और उसके फैसले पर देश को नाज है
निकिता कौल ने ऐसी मिसाल पेश की है जिसकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है वहीं उनके ससुराल वाले और निकिता के परिवार वाले भी अपनी बेटी के इस फैसले से बेहद खुश हैं। उनका कहना है कि बेटे की शहादत के बाद निकिता के सेना ज्वाइन करने पर वो गर्वित हैं और वो जरुर अपना और देश का नाम रोशन करेगी।