- कांग्रेस की समिति के साथ अमरिंदर की मैराथन बैठक
- समिति और अमरिंदर के बीच यह बैठक तीन घंटे से अधिक समय तक चली
- राज्य इकाई में कलह खत्म करने को लेकर चर्चा हुई
नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के तीन सदस्यीय पैनल से मुलाकात की। इसका गठन 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य इकाई में चल रही गुटबाजी को खत्म करने के लिए किया गया है। पैनल का नेतृत्व राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे कर रहे हैं और इसके सदस्य हरीश रावत और जेपी अग्रवाल हैं।
सूत्रों से सामने आया कि कमेटी ने कैप्टन अमरिंदर सिंह से असंतुष्ट विधायकों के काम में तेजी लाने को कहा और कहा कि चुनाव से पहले विधायकों को संतुष्ट रखना जरूरी है। उन नेताओं को मनाने की कोशिश की जाएगी। ये भी सामने आया है कि कमेटी और राहुल गांधी दोनों नवजोत सिंह सिद्धू के 'दो परिवार पंजाब में फायदा उठा रहे' वाले बयान से खुश नहीं हैं। समिति और आलाकमान का मानना है कि उन्हें सार्वजनिक बयान नहीं देना चाहिए था।
इस बीच, खड़गे ने समाचार एजेंसी ANI को बताया कि सभी ने एक स्वर में कहा कि वे एक साथ चुनाव लड़ेंगे। खड़गे ने कहा, 'समिति के सदस्यों ने पहले भी बैठक की और सभी से चर्चा की। हम आगामी चुनावों की तैयारी कर रहे हैं। आलाकमान हमारे नेताओं के सभी मुद्दों और शिकायतों को हल करने का प्रयास करेगा। सब कुछ ठीक हो जाएगा। हम सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे।'
खड़गे ने कहा- पार्टी में सब ठीक
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच जारी खींचतान के बारे में बात करते हुए खड़गे ने कहा, 'सिद्धू ने अपनी बात रखी है, मैं उस पर कुछ नहीं कहना चाहता। हम सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व के तहत (विधानसभा) चुनाव लड़ेंगे।' यह पूछे जाने पर कि सिद्धू पैनल द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल क्यों नहीं हुए तो खड़गे ने कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं है, हमने कुछ स्पष्टीकरण के लिए कैप्टन अमरिंदर को बुलाया है। उन्होंने कहा, 'पार्टी में सभी ने एक स्वर में कहा कि वे एक साथ चुनाव लड़ेंगे और पंजाब में फिर से सरकार बनाएंगे। अगर किसी को किसी भी तरह की समस्या है, तो आलाकमान उसका समाधान निकालने की कोशिश करेगा।'
सिद्धू ने कैप्टन के खिलाफ खोल रखा है मोर्चा
असंतुष्ट नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। सिद्धू ने कथित तौर पर कहा है कि वह चुनाव में इस्तेमाल होने वाले शो पीस नहीं हैं। पंजाब इकाई में गुटबाजी को हल करने के लिए गठित कांग्रेस पैनल ने 10 जून को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपनी रिपोर्ट सौंपी। सूत्रों ने कहा कि पैनल ने मुख्यमंत्री को हटाने की सिफारिश नहीं की है और कैप्टन अमरिंदर सिंह के अगले चुनाव में पार्टी का नेतृत्व करने की संभावना है। इसके बजाय, पार्टी की राज्य इकाई में कई सुधारों का सुझाव दिया गया है। हालांकि नवजोत सिंह सिद्धू का भाग्य अभी भी स्पष्ट नहीं है, सूत्रों ने कहा कि पैनल पंजाब कैबिनेट में उनकी वापसी चाहता है। सूत्रों ने बताया कि अमरिंदर सिंह सिद्धू को डिप्टी सीएम बनाए जाने के खिलाफ हैं, लेकिन उन्हें कैबिनेट में शामिल करने के लिए तैयार हैं। पैनल ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू सहित पार्टी के सभी हितधारकों से मुलाकात की थी।