- चुनाव नतीजों में अकाली दल को बड़ा झटका, 53 साल बाद बठिंडा में मिली हार
- निकाय चुनाव के नतीजों में कांग्रेस ने सबकी बोलती बंद की, प्रचंड जीत
- अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल अपने गढ़ में भी पार्टी को जीत नहीं दिला पाए
पंजाब में हुए निकाय चुनाव के नतीजे आ रहे हैं ये परिणाम कांग्रेस के लिए राहत की सबब बनकर आए हैं और वो खासी बड़ी विजय की ओर बढ़ रही है वहीं नतीजे बीजेपी और अकाली के लिए भारी परेशानी खड़े करने वाले हैं और इन रिजल्ट ने दोनों पार्टियों की पेशानी पर बल डाल दिए हैं।
जहां नतीजों में कांग्रेस जबरदस्त जीत की ओर बढ़ती दिख रही है, वहीं बीजेपी और और शिरोमणि अकाली दल का प्रदर्शन खासा खराब दिख रहा है।
बताया जा रहा है कि 7 में से 6 नगर निगम में कांग्रेस की जीत हो चुकी है ये हैं- अबोहर, बठिंडा, कपूरथला, होशियारपुर, मोंगा और बटाला,एक नगर निगम मोहाली का नतीजा गुरुवार को आएगा वहीं कांग्रेस ने नगर काउंसिल और नगर पंचायत में भी अच्छा प्रदर्शन किया है।
फरीदकोट और होशियरपुर में भी कांग्रेस का जलवा
फरीदकोट नगर निगम में कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की है, 25 वार्ड में से कांग्रेस ने 16 में जीत दर्ज की है वहीं होशियारपुर नगर निगम चुनाव के नतीजों में भी कांग्रेस की बड़ी जीत हुई है होशियारपुर के 50 वार्ड में से कांग्रेस ने 31 में जीत दर्ज की है।
गुरदासपुर में कांग्रेस की सभी 29 वार्डों में जीत दर्ज
बीजेपी के गढ़ माने जाने वाले सांसद सनी देओल के इलाके गुरदासपुर की नगर काउंसिल की 29 की 29 सीटों पर बीजेपी की करारी हार का सामना करना पड़ा है, सभी 29 सीटें कांग्रेस के खाते में गईं।
सुजानपुर नगर निगम में कांग्रेस को बड़ी जीत
पठानकोट जिले के सुजानपुर नगर निगम के 15 वार्डों के लिए हुए निकाय चुनाव में कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की, सुजानपुर नगर निगम की 15 सीटों पर कांग्रेस ने 8 पर जीत दर्ज की है बीजेपी पांच सीट जीतने में कामयाब रही है।
बठिंडा में बीजेपी और आम आदमी पार्टी को भारी निराशा
अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल अपने गढ़ में भी पार्टी को जीत नहीं दिला पाए वहीं कांग्रेस की भारी जीत में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की खासी भूमिका मानी जा रही है जिन्होंने कांग्रेस को पूरे प्रदेश में जबरदस्त बढ़त दिलाई है। बठिंडा निगम चुनाव में 50 सीटों के नतीजे आ चुके हैं जिसमें से कांग्रेस को 43 सीटें मिली है जबकि अकाली दल के हिस्से महज सात सीटें ही आई हैं जिनपर पार्टी ने जीत हासिल की है जबकि बीजेपी और आम आदमी पार्टी को यहां भारी निराशा मिली है।
परिणाम कांग्रेस के लिये किसी प्रोत्साहन से कम नहीं
भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली केंद्र की राजग सरकार के खिलाफ जारी किसान आंदोलन की पृष्ठभूमि में हुये इन चुनावों का परिणाम कांग्रेस के लिये किसी प्रोत्साहन से कम नहीं है । कांग्रेस की नजर प्रदेश में अगले साल की शुरूआत में होने वाले विधानसभा चुनाव जीतने पर भी है। पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि प्रदेश की जनता ने भाजपा, शिअद एवं आप की ‘‘नकारात्मक राजनीति’’ को खारिज कर दिया है। जाखड़ ने संवादददाताओं से कहा, 'हमने विकास के एजेंडे पर चुनाव लड़ा । इस जीत से हमारे कार्यकर्ताओं को और अधिक कठिन मेहनत करने की प्रेरणा मिलेगी।'
नगर निगमों एवं 109 नगर परिषद के लिये मतों की गिनती
गौरतलब है कि प्रदेश के आठ नगर निगमों एवं 109 नगर परिषद के लिये मतों की गिनती का काम आज सुबह नौ बजे शुरू हुआ। प्रदेश निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को मोहाली नगर निगम के दो मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान के निर्देश दिये थे। इसलिये इस पूरे नगर निगम में मतों की गिनती का काम बृहस्पतिवार को किया जायेगा।
प्रदेश में स्थानीय निकायों के 2302 उम्मीदवारों के निर्वाचन के लिये 14 फरवरी को मतदान कराया गया था जिसमें 70 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। भारतीय जनता पार्टी एवं शिरोमणि अकाली दल अलग अलग चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले साल कृषि कानून के मुद्दे पर शिरोमणि अकाली दल राजग गठबंधन से बाहर हो गया था ।