श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अहम प्रावधानों को निरस्त किए जाने के बाद जो नया नियम सामने आया है, उसमें जम्मू कश्मीर से बाहर के लोगों को भी यहां जमीन खरीदने और डोमिसाइल लेने का अधिकार दिया गया है। इसी नए नियम के तहत डोमिसाल हासिल करने वाले पंजाबी समुदाय के एक कारोबारी की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इसे घाटी में पंजाबी समुदाय के लोगों में दशहत पैदा करने की आतंकियों की घिनौनी हरकत के तौर पर देखा जा रहा है।
आतंकियों ने जिस कारोबारी की हत्या की है, उनकी उम्र 65 साल थी और वह यहां पिछले करीब चार दशकों से अपना कारोबार चला रहे थे। सतपाल निश्चल काम के सिलसिले में युवावस्था में ही यहां आ गए थे और अपनी मेहनत के बलबूते खूब तरक्की हासिल की। वह यहां 17 साल तक किराये के मकान में रहे, जिसके बाद उन्होंने श्रीनगर के पॉश इलाके इंदिरानगर में अपना घर बनवाया था। उन्हें और उनके परिवार को हाल ही में निवास प्रमाण-पत्र मिला था और अधिकारियों का कहना है कि उनकी हत्या के पीछे यह एक बड़ी वजह हो सकती है।
हाल ही में मिला था डोमिसाइल
यह साल 2019 में अनुच्छेद 370 के अहम प्रावधानों को निरस्त किए जाने के बाद ऐसा पहला मामला है। सूत्रों का कहना है कि परिवार को हाल ही में डोमिसाइल सर्टिफिकेट मिला था, जो यहां के सरकारी कार्यालयों में नौकरी के लिए आवश्यक है। हालांकि यहां जमीन डोमिसाइल के बगैर भी खरीदा जा सकता है। बताया जा रहा है कि कारोबारी सतपाल निश्चल राज्य में अगस्त 2019 में हुए नए बदलावों के बाद यहां का डोमिसाइल हासिल करने वाले पहले शख्स रहे। पुलिस के मुताबिक, निश्चल की हत्या आतंकी हमले में हुई है।
इस बीच जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने वारदात की निंदा की और शोक संतप्त परिजनों के साथ संवेदना जताई। उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा, 'यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इस तरह की हिंसा को किसी भी तरीके से उचित नहीं ठहराया जा सकता।' वहीं महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा कि श्रीनगर में हुई यह घटना बेहद निंदनीय है। एक सभ्य समाज में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं हैं।