उदयपुर में चल रहा कांग्रेस का तीन दिवसीय नव संकल्प चिंतन शिविर आज खत्म हो गया। आने वाले दिनों में पार्टी किस तरह से संगठनात्मक तौर पर काम करें, क्या रणनीति हो, इसपर उदयपुर डिक्लेरेशन भी जारी किया गया। आखिरी दिन राहुल गांधी ने शिविर को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैं कुछ चर्चा में शामिल हुआ, सभी कमरों में गया। मैंने खुद से सवाल पूछा देश में कौन सी पार्टी ऐसी चर्चा करती है। सीनियर नेताओं ने ब्लंटली कड़वी बातें कही। आरएसएस और बीजेपी कभी ऐसा नहीं कर सकते। कई नेताओं ने, यशपाल आर्य ने कहा की बीजेपी में दलित होने की वजह से उन्हें अपमानित किया जाता था। मीडिया हम पर रोज अटैक करता है। ये कोई नया नहीं है कांग्रेस में। हम चर्चा को एलाऊ करते है। देश की राजनीति में आज चर्चा नहीं होने दे रही है। कुछ दिन पहले जब मैंने संसद में भाषण दिया और कहा था कि इंडिया इज यूनियन ऑफ स्टेट्स। इसलिए राज्य और जनता को चर्चा करने देना चाहिए। या तो आप लोगों को बातचीत करने देंगे या हिंसा होने देंगे।
आज हम देखते है इंस्टीट्यूट पर अटैक किया जा रहा है। सांसद में चर्चा नहीं होने दिया जा रहा है। माइक बंद कर दिया गया। चुनाव आयोग को काम नहीं करने दिया जा रहा। न्यायपालिका पर दबाव बनाया जा रहा है। आप देख रहे होंगे कि क्या हो रहा है। पेगासस एक सॉफ्टवेयर नहीं है ये विपक्ष की आवाज को दबाने का यंत्र है। अर्थव्यवस्था कोलाप्स हो रहा है। कुछ दिन पहले पीएम ने कहा कि गेहूं के एक्सपोर्ट करने जा रहे हैं, और फिर कुछ दिन बाद बैन कर दिया। आप देख रहे हो पंजाब में आज क्या हो रहा है।
आज हिंदुस्तान के युवाओं को रोजगार नहीं मिल सकता है। बेरोजगारी आज से ज्यादा कभी नहीं रही। क्योंकि जो रोजगार पैदा करती है उसकी मोदी जी और बीजेपी ने रीढ़ तोड़ दी है। दो तीन उद्योगपतियों को दे दिया है। एक तरफ बेरोजगारी और दूसरी तरफ मंहगाई है। यूक्रेन में लड़ाई हुई है। मंहगाई और बढ़ेगी। इसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार नहीं है, इसके लिए बीजेपी और उसकी सरकार जिम्मेदार है। हमारी जिम्मेदारी विचारधारा के लिए लड़ाई लड़ने और जनता के साथ खड़े रहने की है।
कौन सी पोस्ट किसको मिलनी है। हमारा काम इंटरनल फोकस से नहीं होगा। हमें जनता के पास जाना होगा। ये सिर्फ कांग्रेस के लिए नहीं देश के लिए। मीडिया में चर्चा कांग्रेस के पोस्ट के बारे में होता है। चाहे वो हमारे सीनियर नेता हो या छोटे हम जनता के बीच में जाकर बैठ जाना चाइए। कांग्रेस का जो कनेक्शन जनता से टूटा है, उसे हम बनाना होगा। कांग्रेस पार्टी ने ये निर्णय लिया है की अक्टूबर में पूरी कांग्रेस जनता के बीच जाएगी। यात्रा करेगी। ये ही हमारे लिए रास्ता है। शॉर्ट कट से काम नहीं होगा। ये काम पसीने से ही किया जाएगा। ये आपका डीएनए है।
हमें कांग्रेस के चरित्र को बदलना होगा। विचारधारा के स्तर पर नहीं। 21 सदी कम्मिनिकेशन का है। हमारे विरोधी। इसमें हम से आगे है। हमे इसमें रिफॉर्म करना होगा। कुछ पद सिर्फ युवाओं के लिए होना चाहिए इसका मैं स्वागत करता हूं। इसका मतलब ये नही की सीनियर की जगह न हो। युवाओं को DCC और BCC में जगह मिलना चाइए। मैं इस प्रस्ताव का स्वागत करता हूं की एक परिवार से एक व्यक्ति को टिकट मिलना चाहिए। मैं जानता हूं की वेणुगोपाल इसमें अपवाद लगाना चाहता थे। मैं हर कांग्रेस का परिवार हूं।मैं आपके परिवार का हूं।
मेरी लड़ाई आरएसएस और बीजेपी की विचारधारा जो देश के लिए खतरा है उन से है। ये जो नफरत और हिंसा फैलते है उस से लड़ाई है। मैं लड़ता रहूंगा। मैं ये मानने के लिए तैयार नहीं हूं की हमारे प्यारे देश में इतनी हिंसा हो सकती है। हम राजनीतिक पार्टी से नहीं लड़ रहे, हम हिंदुस्तान के सभी इंस्टीट्यूशन से लड़ रहे हैं। हम कुछ उद्योगपतियों से लड़ रहे है। लेकिन कांग्रेस के कार्यकर्ता को घबराने की जरूरत नही। मैं जिंदगी भर आप के साथ खड़ा हूं और लड़ता रहूंगा। मैं इन शक्तियों से डरता नही। मैने अपनी जिंदगी में कोई भ्रष्टाचार किया नही है, मैंने भारत माता से एक रुपया नहीं लिया है। मैं डरता नही हूं।
वन पर्सन वन पोस्ट और वन फैमिली वन टिकट समेत कांग्रेस ने लिए कई बड़े बदलाव के नव संकल्प
हम सब मिलकर बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा को हरा कर दिखाएंगे। कभी कभी हमारे सीनियर नेता डिप्रेशन में चले जाते है। ये लड़ाई आसान नहीं है। ये लड़ाई रीजनल पार्टी नहीं लड़ सकती। बीजेपी कांग्रेस की बात करेगी, वो रीजनल पार्टी की बात नहीं करेगी। वो जानते है की उनकी जगह है लेकिन वो बीजेपी को हरा नहीं सकते। रीजनल पार्टी की कोई विचारधारा नहीं है।
आने वाले समय में दिखेगा की हिंदुस्तान में आग लगेगी। जितना ये इंस्टीट्यूशन को तोड़ेंगे, राज्य को तोड़ेंगे, आग लगेगी देश में। कांग्रेस का काम इंस्टीट्यूशन की रक्षा करने का है। हमने कभी इंस्टीट्यूशन पर आक्रमण नहीं किया। हमने अपने लोगों को छुपा कर अंदर नहीं डाला।