नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कोरोना वायरस से निपटने की तैयारियों और देश की अर्थव्यवस्था को लेकर मोदी सरकार पर एक बार फिर हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इसकी गंभीरता को समझने में नाकाम रही। उन्होंने यह भी कहा कि देश की अर्थव्यवस्था पर लगातार चोट पड़ रही है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर एक शब्द भी नहीं कह रहे। राहुल गांधी का यह बयान कोरोना वायरस को लेकर पीएम मोदी के संदेश के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है, बस थोड़ी सतर्कता बरतने की जरूरत है।
'अर्थव्यवस्था पर पीएम चुप'
सरकार की नीतियों के खिलाफ हमलावर राहुल गांधी ने कहा, 'कुछ दिनों से मैं कह रहा था, कोरोना वायरस एक गंभीर समस्या है। लेकिन सरकार को इस पर जो एक्शन लेना चाहिए था, वह नहीं लिया गया।' अर्थव्यवस्था को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर राहुल गांधी ने कहा, 'स्टॉक मार्केट में जो आज हुआ, जो कल हुआ, लाखों लोगों का नुकसान हुआ, अर्थव्यवस्था की जो हालत हुई है, वह सबको दिख रहा है... हिन्दुस्तान की जो ताकत थी, उसकी अर्थव्यवस्था, उसे मोदी सरकार की विचारधारा ने खत्म कर दिया है।'
'युवा करें पीएम से सवाल'
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अर्थव्यवस्था को लेकर समझ पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि देश की अर्थव्यवस्था की हालत ऐसी क्यों हुई है और उनके पास इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए क्या नीति है। उन्होंने कहा कि युवाओं को प्रधानमंत्री से सवाल पूछना चाहिए कि उन्होंने रोजगार के लिए क्या किया। इससे वास्तव में युवाओं को ही नुकसान होगा। कांग्रेस नेता ने एक बार फिर नोटबंदी और जीएसटी को लेकर केंद्र सरकार को कठघड़े में खड़ा किया और कहा कि जल्दबाजी में लिए गए इन फैसलों का खामियाजा आज देश को भुगतना पड़ रहा है।
पीएम ने दिया ये संदेश
इससे पहले पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर घबराने की जरूरत है, बल्कि इसकी रोकथाम के लिए बस थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'घबराहट को ना, सावधानी को हां कहिए।' उन्होंने यह भी कहा कि अगले कुछ दिनों में कोई केंद्रीय मंत्री विदेश यात्रा नहीं करेगा। उन्होंने देशवासियों से भी गैर-जरूरी यात्राएं नहीं करने को कहा। पीएम मोदी ने कहा कि कोविड-19 की वजह से उत्पन्न स्थिति को लेकर सरकार पूरी तरह से सतर्क है और सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मंत्रालयों और राज्य सरकारों की ओर से कई कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि भीड़ से बचकर हम कोरोना वायरस के प्रसार को रोक सकते हैं और सभी की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।