- राफेल डील पर सभी पुनर्विचार याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट से खारिज
- राफेल पर फैसले के बाद बीजेपी ने विपक्षी नेताओं ने माफी मांगने को कहा
- कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी या मोदी सरकार को खुश होने की वजह नहीं मिली है।
नई दिल्ली। राफेल डील में अनियमितताओं के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए साफ कर दिया किया कि डील पाक साफ थी और किसी तरह के एफआईआर या जांच की जरूरत नहीं है। अदालत के इस आदेश के बाद राजनीतिक हलके से प्रतिक्रिया आनी थी और वो आई भी। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि विपक्षी नेताओं को अपने गैरजिम्मेदाराना बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। लेकिन कांग्रेस का कुछ और ही कहना है।
कांग्रेस नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को या बीजेपी को खुश होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि जस्टिस जोसेफ ने जो टिप्पणी की थी उसके बाद इस विषय में जांच के लिए दरवाजा खुला है। इस विषय पर पूरी गहराई से जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का फिर मानना है और हम मांग करते हैं कि यह मामला जेपीसी के हवाले कर देना चाहिए ताकि सच क्या है सामने आ सके।
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की पीठ ने कहा कि अदालत पहले ही साफ कर चुकी थी कि राफेल डील को मुकाम तक पहुंचाने के लिए सरकार जिन नियम कायदों पर आगे बढ़ी वो पारदर्शी थी। ऐसे में पुनर्विचार याचिकाओं को लाये जाने का औचित्य नहीं था। लेकिन अदालत का मानना था कि अगर किसी को किसी तरह की आशंका है तो वो तथ्यों के साथ अदालत की दहलीज पर आए और उसकी चिंता या आरोपों को हम जरूर सुनेंगे।