नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी कभी लॉकडाउन को लेकर तो कभी कोरोना वायरस की जांच में कमी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते रहते हैं। उन्होंने कहा है कि जांच के लिए किट खरीदने में देरी की गई जिस कारण देश में किट की कमी है और जांच की स्थिति के मामले में दूसरे देशों के मुकाबले भारत बहुत पीछे रह गया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'टेस्ट किट खरीद में देरी की गई, अब देश में इसकी भयंकर कमी है। हर 10 लाख देशवासियों के लिए मात्र 149 टेस्ट उपलब्ध हैं। लाओस (157), नाइजर (182) और होंडुरस (162) जैसे देशों में हमारी गिनती हो रही है। बड़े स्तर पर टेस्टिंग से कोविड 19 मरीज की पहचान/पृथक इलाज संभव है।इसमें हम अब तक असफल हैं।'
राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी टेस्टिंग के मसले को उठाया। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से टेस्टिंग बढ़ाने का आग्रह किया। प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, 'मैंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखकर टेस्टिंग बढ़ाने का आग्रह किया था। यूपी में होने वाली मौतों में 5 की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट मौत के बाद आई। जांच का सिस्टम अभी भी बहुत लचर है। जांच की व्यवस्था को तेज व व्यवस्थित करिए। ज्यादा से ज्यादा जांचें ही हमें सही तस्वीर दे सकती हैं।'
इससे पहले राहुल ने लॉकडाउन पर सवाल उठाते हुए कहा था, 'किसानों, श्रमिकों, दिहाड़ी मजदूरों, व्यापारियों सभी को एक पैमाने से नहीं देखा जा सकता। पूर्ण लॉकडाउन कई वर्गों के लिए विपदा बन गया है। देश को 'स्मॉर्ट' समाधान की जरूरत है: बड़े स्तर पर टेस्ट, वायरस हॉटस्पॉट की पहचान और घेराव, बाकी जगहों पर सावधानी से धीरे-धीरे काम-काज शुरू होना चाहिए।'
अभी तक 2,31,902 नमूनों की जांच
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के वरिष्ठ वैज्ञानिक रमन आर गंगाखेड़कर ने मंगलवार को बताया कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के लिए अभी तक 2,31,902 नमूनों की जांच की गई है। इनमें सोमवार से अब तक 21635 नमूनों की जांच भी शामिल है। इनमें 18644 सेंपल का परीक्षण सरकारी प्रयोगशालाओं में और 2991 परीक्षण निजी प्रयोगशालाओं में किए गए। उन्होंने बताया कि देश में आईसीएमआर की प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़कर 166 हो गयी है और 70 निजी प्रयोगशालाओं को भी कोविड-19 के परीक्षण की अनुमति दी जा चुकी है।