नई दिल्ली : नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शनों के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को ट्वीट किया कि पीएम मोदी- गृह मंत्री अमित शाह द्वारा भारत में फैलाई गई नफरत और हिंसा के विरोध में प्रिय छात्रों और युवाओं आज दिन के तीन बजे राजघाट पहुंचे। यह सिर्फ महसूस करने से पर्याप्त नहीं होगा। ऐसे समय में यह दिखाना महत्वपूर्ण है कि आप नफरत के खिलाफ खड़े हैं।
गौर हो कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को आरोप लगाया था कि पीएम मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह देश के लोगों को बांट रहे हैं तथा अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए नफरत का सहारा ले रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि भारत के प्रिय युवाओं, मोदी और शाह ने आपके भविष्य को बर्बाद कर दिया है। वो नौकरियों की कमी और अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर आपके गुस्से का सामना नहीं कर सकते। यही वजह है कि हमारे प्यारे भारत को बांट रहे हैं और नफरत का सहारा ले रहे हैं।' गांधी ने कहा कि हम हर भारतीय के प्रति स्नेह दिखाकर इनको पराजित कर सकते हैं।
छात्रों को संबोधित एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा था कि भारत के प्रिय छात्रों, कोई भी भारतीय छात्र मोदी-शाह को इस तरह से देश को बांटने नहीं दे जैसे वो बांट रहे हैं। भारत के छात्रों, आप भारत के भविष्य हो और भारत आपका भविष्य है। उन्होंने कहा कि आइए साथ खड़े हों और उनकी नफरत के खिलाफ लड़ें।'
कांग्रेस ने रविवार को पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि क्या उनके और गृह मंत्री मंत्री अमित शाह के बीच सामंजस्य नहीं है या फिर दोनों मिलकर देश को बेवकूफ बना रहे हैं। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा था कि साहेब दिल्ली में बोलते हैं कि एनआरसी पर कोई डिस्कशन नहीं हुआ, पर 28 नंबर को झारखंड चुनाव के घोषणापत्र में बीजेपी एनआरसी लागू करने का वायदा करती है।'
उन्होंने कहा कि अब दो बातें बताएं- पहली कि क्या प्रधानमंत्री और गृह मंत्री में सामंजस्य नहीं? दूसरी बात यह कि क्या सत्ता और संगठन के बीच खट-पट है या दोनों मिल कर देश का बेवक़ूफ बना रहे हैं? दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलीला मैदान में एक सभा में कहा कि एनआरसी को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है, जबकि अभी इस पर कोई चर्चा नहीं हुई है।