- महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने दिया भड़काऊ बयान
- जो लोग इस वक्त मरकज जैसे समारोह में हिस्सा ले रहे हैं उन्हें गोली मारी जानी चाहिए- राज ठाकरे
- राज ठाकरे बोले- मरकज में शामिल होने वाले लोगों का इलाज क्यों हो रहा है?
मुंबई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के मुखिया राज ठाकरे तब्लीगी जमात पर भड़क गए हैं। उन्होंने मरकज में भाग लेने वाले तब्लीगी जमात के लोगों पर विवादित बयान देते हुए कहा कि ऐसे लोगों को तो गोली मार देनी चाहिए, इनका ईलाज क्यों हो रहा है। मीडिया से बात करते हुए राज ठाकरे ने दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित कार्यक्रम पर भी बात की।
पिटाई होनी चाहिए
राज ठाकरे ने कहा, 'अगर इस संकट की घड़ी में कोई बीमारी फैलाने की साजिश रच रहा है तो उसे पीटा जाना चाहिए और इस तरह के वीडियो को वायरल किया जाना चाहिए।' तब्लीगी जमात पर निशाना साधते हुए राज ने सवालिया लहजे में कहा कि ऐसे लोगों का इलाज क्यों हो रहा है उन्हें तो गोली मार देनी चाहिए। इन लोगों के वीडियो वायरल हो रहे हैं और ये थूक रहे हैं।'
देशभर में तब्लीगी की वजह से बढ़ रहे हैं आंकड़े
दरअसल तबलीगी जमात से जुड़े लोगों के संक्रमित होने के बढ़ते मामले देशभर के स्वास्थ्य एवं प्रशासनिक अधिकारियों के लिए नयी चुनौती बन गए हैं। लगभग हर राज्य में में तबलीगी जमात के सदस्यों और उनके संपर्क में आए लोगों के कोरोना वायरस संक्रमित होने के अब तक कई मामले सामने आ चुके हैं।
अभद्रता के आरोप
इतना ही नहीं तब्लीगी जमात के लोगों पर अभद्रता करने के भी आरोप लगे हैं। गाजियाबाद के बाद अब कानपुर के एक अस्पताल में भी तबलीगी जमात के सदस्यों पर स्वास्थ्य कर्मियों से अभद्रता करने का आरोप लगा है।कानपुर स्थित लाला लाजपत राय अस्पताल की प्रधानाचार्य आरती लालचंदानी ने शनिवार को बताया कि चिकित्सालय के कुछ कर्मियों ने इल्जाम लगाया है कि पृथक वार्ड में रखे गए कुछ मरीजों ने उनके साथ अभद्रता की है।
आपको बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए समूचे देश में अभियान तेज करते हुए विभिन्न राज्यों में प्रशासन ने कोविड-19 के सबसे बड़े हॉटस्पॉट बनकर उभरे दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में तबलीगी जमात के आयोजन में शिरकत करने वाले 6,000 से ज्यादा लोगों की पहचान की है। जमात में हिस्सा लेने वाले 5,000 से ज्यादा लोगों को क्वारंटीन किया गया है। इनमें से कुछ लोगों को राज्यों के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती किया गया है।