- अशोक गहलोत सरकार ने अलवर रेप की जांच सीबीआई को सौंपने का किया फैसला
- इस मामले में लगातार बीजेपी सरकार पर थी हमलावर
- बीजेपी ने अशोक गहलोत सरकार से की थी सीबीआई जांच की मांग
जयपुर: राजस्थान सरकार ने अलवर रेप केस प्रकरण की जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला किया है। इस रेप केस के बाद राजस्थान की गहलोत सरकार विपक्ष बीजेपी के निशाने पर आ गए हैं। राज्य सरकार ने इस संबंध में बयान जारी करते हुए कहा, 'यह फैसला मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री निवास पर वीसी के माध्यम से हुई उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया।'
14 साल की लड़की मिली थी बदहाल अवस्था में
आपको बता दें कि 14 साल की एक लड़की मंगलवार रात अलवर जिले में मालाखेड़ा थाना क्षेत्र में एक पुल पर बदहाल अवस्था में मिली थी। उसके जननांग और शरीर पर गंभीर चोटें थीं। उसका जयपुर के अस्पताल में इलाज चल रहा है। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने लड़की के खिलाफ कथित तौर पर हुए यौन हमले के मामले में प्रदेश सरकार से रिपोर्ट तलब की थी। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि उसकी मेडिकल रिपोर्ट में बलात्कार या यौन उत्पीड़न की पुष्टि नहीं हुई है।
बीजेपी की थी मांग
अलवर जिले में मानसिक रूप से कमजोर एक नाबालिग के बदहाल एवं घायल अवस्था में मिलने के मामले में राजनीतिक बयानबाजी शनिवार को भी जारी रही और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो से कराने की मांग की थी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने शनिवार को यहां संवाददाताओं से कहा, ‘हम मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हैं ताकि सच्चाई सामने आए।’ उन्होंने पुलिस पर इस मामले यू-टर्न लेने का आरोप लगाया और कहा कि राजस्थान जैसे शांतिपूर्ण राज्य में पिछले तीन वर्षों में अपराध बढ़े हैं। पूनिया ने कहा कि पीड़िता से दरिदंगी की गई है।
Alwar Rape Case: अल्पसंख्यक आयोग ने लिया संज्ञान, राजस्थान के मुख्य सचिव से मांगी रिपोर्ट