- राज्यसभा में ओबीसी बिल पर चर्चा के दौराना हंगामा हुआ था
- विपक्षी सांसदों ने मार्शलों के साथ बदसलूकी की थी
- सरकार की तरफ से राज्यसभा हंगामे का सीसीटीवी फुटेज जारी किया गया था।
संसद के उच्च सदन में हंगामे की सीसीटीवी फुटेज सरकार ने जब जारी की तो सियासी हंगामा और बढ़ गया। विपक्षी सांसदों की तरफ से कहा गया कि सरकार ने अपने हिसाब से फुटेज को जारी कर विपक्ष को बदनाम करने का काम किया है, हालांकि संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि मुद्दाविहीन विपक्ष के पास कुछ कहने के लिए नहीं है, लिहाजा इस तरह के आरोप लगाएंगे। इन सबके बीच टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि संसदीय परंपरा को सरकार ने बदनाम किया है। इसके साथ ही उन्होंने वीडियो जारी कर आठ सवाल भी पूछे।
डेरेक ओ ब्रायन ने बीजेपी को घेरा
डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि मिस्टर पीएम जब सदन में 127वीं ओबीसी बिल पर चर्चा चल रही थी तो उस समय दो पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और एच डी देवगौड़ा मौजूद थे।मिस्टर प्राइम मिनिस्टर आप उस गंभीर चर्चा के दौरान कहां थे। सच तो यह है कि सदन की मर्यादा को तार तार करने का काम सत्ता पक्ष की तरफ से किया गया है
कांग्रेस का सुर कई बार बदला
राज्यसभा में हंगामे के संबंध में विपक्ष की तरफ से कहा गया कि उन लोगों ने मार्शलों के साथ मारपीट नहीं की थी। हकीकत में उनका एक सांसद फर्श पर गिर गया था और उसे वो लोग उठाने की कोशिश कर रहे थे। कांग्रेस सांसद फूलो देवी नेताम ने तो पहले कहा कि किसी तरह की बदसलूकी नहीं हुई थी। लेकिन अगले दिन उनके सुर बदल गए। इसके साथ ही कांग्रेस की ही चीफ व्हिप छाया वर्मा ने कहा कि सदन में जो कुछ हुआ उसमें पार्टी सांसद पाक साफ है तो माफी मांगने का सवाल ही कहां पैदा होता है।