- मुख्यमंत्री पद को लेकर टूटा था बीजेपी-शिवसेना का गठबंधन, अमित शाह ने कहा था- नहीं मान सकते नई शर्तें
- एनसीपी और कांग्रेस के समर्थन से शिवसेना राज्य में सरकार बनाना चाहती है, बातचीत जारी
- अठावले ने शाह से कहा कि अगर वह मध्यस्थता करते हैं तो रास्ता खोजा जा सकता है
मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार के गठन को लेकर स्थिति अभी भी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाई है। शिवसेना की एनसीपी-कांग्रेस के साथ बातचीत जारी है। वहीं बीजेपी भी दावा करती है कि वो सरकार बनाएगी। इस बीच रविवार को केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि उन्हें खुद गृह मंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया है कि राज्य में भाजपा और शिवसेना सरकार बनाएंगे।
अठावले ने कहा, 'मैंने अमित भाई (भाजपा अध्यक्ष अमित शाह) से कहा कि अगर वह मध्यस्थता करते हैं तो रास्ता खोजा जा सकता है, जिस पर उन्होंने (अमित शाह) ने कहा कि चिंता मत करो, सब ठीक हो जाएगा। भाजपा और शिवसेना मिलकर सरकार बनाएंगे।'
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बीजेपी और शिवसेना फिर से साथ आ सकती हैं? क्या पर्दे के पीछे दोनों दलों के बीच बातचीत जारी है?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एक साथ लड़ी बीजेपी और शिवसेना में चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर बात बिगड़ गई और गठबंधन टूट गया। शिवसेना की मांग थी कि दोनों का ढाई-ढाई साल का मुख्यमंत्री हो, लेकिन बीजेपी इस पर तैयार नहीं हुई।
हाल ही में शिवसेना के साथ गठबंधन टूटने पर अमित शाह ने कहा था, 'चुनाव से पहले पीएम और मैंने कई बार सार्वजनिक रूप से कहा कि अगर हमारा गठबंधन जीतता है तो देवेंद्र फडणवीस सीएम होंगे, किसी ने भी इस पर आपत्ति नहीं जताई। अब वे नई मांगें लेकर आए हैं जो हमें स्वीकार्य नहीं हैं।'
महाराष्ट्र में हुए गतिरोध के बाद केंद्र सरकार में मंत्री शिवसेना के अरविंद सावंत ने अपना इस्तीफा दे दिया था। संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने रविवार को कहा कि शिवसेना के मंत्री के केंद्र सरकार से इस्तीफे के बाद पार्टी को संसद के दोनों सदनों में विपक्ष की ओर सीटें आवंटित की जा रही हैं।