- राष्ट्रपति चुनाव 18 जुलाई को हो रहा है।
- एनडीए की ओर से उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू हैं।
- विपक्षी दलों के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा हैं।
Rashtrapati Chunav 2022 : राष्ट्रपति का चुनाव 18 जुलाई को होने वाले हैं। चुनाव में एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्षी दलों के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के बीच मुकाबला होगा। चुनाव से एक दिन पहले यशवंत सिन्हा ने रविवार को पत्र जारी कर कहा कि कल राष्ट्रपति चुनाव से पहले वोट डालने जा रहे सभी सदस्यों से मेरी अपील है कि अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनें और मुझे वोट दें। उनका कहना है कि इस साल राष्ट्रपति चुनाव दो व्यक्तियों के बीच नहीं, बल्कि दो विचारधाराओं के बीच का चुनाव है। केवल एक पक्ष हमारे संविधान में निहित प्रावधानों और मूल्यों की रक्षा करना चाहता है। मैं सभी सांसदों और विधायकों से इस बार संविधान और उनकी अंतरात्मा की आवाज पर वोट करने की अपील करता हूं।
इससे पहले यशंवत सिन्हा ने शनिवार को रांची में कहा कि भारत में लोकतंत्र बर्बाद हो गया है क्योंकि देश में सरकार का विरोध करने का अधिकार छीना जा रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव को पहचान का सवाल नहीं बनाया जाना चाहिए बल्कि यह विचारधारा की लड़ाई है। सिन्हा ने राष्ट्रपति निर्वाचन मंडल से मतदान के समय अतंर आत्मा की आवाज सुनने का आह्वान किया।
केन्द्र की अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में महत्वपूर्ण वित्त मंत्रालय संभालने वाले हजारीबाग के पूर्व भाजपा सांसद सिन्हा ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की और चुनाव में उनकी पार्टी का समर्थन मांगा। उन्होंने दिन में झारखंड के विधायकों से भी मुलाकात की। सिन्हा ने कहा कि जब मैंने पिछले माह अपना चुनाव प्रचार प्रारंभ किया था तो आगाह किया था कि देश में लोकतंत्र खतरे में है, लेकिन आज जब मैं अपना चुनाव प्रचार संपन्न कर रहा हूं तो मैं कह सकता हूं कि देश में लोकतंत्र बर्बाद हो गया है।
यशवंत सिन्हा ने बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सरकारी संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है ,चाहे वह ईडी, सीबीआई, आयकर विभाग या यहां तक राज्यपाल कार्यालय हो ताकि विपक्षी पार्टियों के विधायकों को तोड़ा जा सके और उनके (विरोधी दलों) द्वारा चलाई जा रही सरकारें गिराई जाए।
उन्होंने कहा कि यह मध्यप्रदेश, कर्नाटक, गोवा, अरुणाचल प्रदेश और हाल में महाराष्ट्र में हुआ। सिन्हा ने कहा कि मुझे आश्चर्य नहीं होगा अगर इसी तरह का हथकंडा निकट भविष्य में झारखंड की झामुमो-कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के लिए अपनाया जाए। एनडीए की राष्ट्रपति पद उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के लिए यशवंत सिन्हा ने कहा कि वह ओडिशा की आदिवासी नेता का निजी तौर पर सम्मान करते हैं।