- रेपिस्ट के मनोवैज्ञानिक क्यों बन रहे गहलोत ?
- गहलोत के बयान पर कब बोलेंगे प्रियंका राहुल ?
- यूपी में 'लड़की हूं लड़ सकती हूं'...राजस्थान पर चुप्पी क्यों?
Rashtravad: राजस्थान के मुख्यमंत्री ने एक अजीबोगरीब बयान दिया है- रेपिस्ट को लेकर सीएम अशोर गहलोत के इस बयान पर विवाद हो गया है। गहलोत तर्क दे रहे हैं कि निर्भया कांड के बाद रेपिस्ट के खिलाफ जो कानून बनाया गया उसकी वजह से बच्चियों की हत्याएं ज्यादा हो रही है। गहलोत साफ साफ रेपिस्ट पर नहीं, देश के उस कानून पर सवाल उठा रहे हैं जो हैवानियत करने वालों के खिलाफ है।
NCRB के आंकड़ों के मुताबिक रेप की वारदातों में राजस्थान नंबर वन है और ऐसे में गहलोत का ये बयान क्या बलात्कारियों के बचाव करने जैसा नहीं है। क्या गहलोत का ये बयान पीड़ितों का मनोबल तोड़ने वाला नहीं है- क्या गहलोत का ये बयान महिलाओं का अपमान करने जैसा नहीं है? गहलोत के बयान के बाद बीजेपी ये सवाल उठा रही है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने भी अशोक गहलोत के बयान की कड़ी निंदा की है। स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर लिखा कि मुख्यमंत्री की टिप्पणी की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। देश में बर्बर बलात्कार हो रहे हैं। कानून बड़ी मुश्किल से और विरोध के माध्यम से तैयार किया गया था। राजनेताओं के इस तरह के बयान हर पीड़िता का मनोबल तोड़ते हैं। नेताओं का काम है महिलाओं को सुरक्षा देना न कि बेवजह बयान देना।
देश के बाकी राज्यों में जहां कांग्रेस की सरकार नहीं है अगर रेप की वारदात होती है तो कांग्रेस के बड़े नेता प्रदर्शन करते हैं। राहुल हो या फिर प्रियंका सवाल उठाते हैं तो फिर राजस्थान पर चुप्पी क्यों? यूपी में लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा देने वाली प्रियंका गांधी राजस्थान की लड़कियों के लिए आगे कब आएंगी। प्रियंका गांधी राहुल गांधी या फिर सोनिया गांधी ने अशोक गहलोत के बयान पर अब तक क्यों नहीं बोला? क्या अशोक गहलोत के बयान में कांग्रेस के आलाकमान को कुछ भी गलत नहीं दिखता। सवाल ये भी है कि क्या राहुल प्रियंका इस पर कब बोलेंगे।
ऐसे में आज के सवाल हैं
गहलोत को रेपिस्ट नहीं, कानून में दोष नजर आता है ?
रेपिस्ट के मनोवैज्ञानिक क्यों बन रहे गहलोत ?
महिलाओं का अपमान, गहलोत का 'रेपिस्ट बचाओ अभियान' ?
यूपी में 'लड़की हूं लड़ सकती हूं'...राजस्थान पर चुप्पी ?
गहलोत के बयान पर कब बोलेंगे प्रियंका-राहुल ?