- काले कुबेर का कौन असली चेहरा ?
- पीयूष जैन पर रेड से किसको दर्द ?
- किस पार्टी का साथी पीयूष ?
Rashtravad : इत्र वाला किसका मित्र है ? यूपी में चुनाव से पहले भ्रष्टाचार के इत्र पर सियासी महाभारत हो रही है। पीयूष जैन के ठिकानों से अब तक 195 करोड़ रुपए कैश मिलने के बाद इस काली कमाई पर आज सीधे प्रधानमंत्री ने अटैक किया। उसके बाद शाह बोले, योगी तो बोल ही रहे हैं। दूसरी तरफ से अखिलेश यादव को आज बोलना पड़ा। कुल मिलाकर यूपी में पड़ रहे छापे पर छापामार युद्ध चल रहा है।
छापेमारी पर राजनीतिक युद्ध?
भ्रष्टाचार का इत्र मिला तो मुंह पर ताला - नरेंद्र मोदी
छापेमारी से अखिलेश को दर्द - अमित शाह
समाजवादी नेताओं का पैसा - योगी आदित्यनाथ
झूठ बोल रहे हैं योगी आदित्यनाथ- अखिलेश यादव
पीयूष जैन के तहखानों का समाजवादी कनेक्शन क्या?
पीयूष जैन के घर से मिले करोड़ों रुपये के बाद बीजेपी समाजवादी पार्टी पर चौतरफा हमला कर रही है। बीजेपी पीयूष जैन के समाजवादी पार्टी का करीबी होने की बात कह रही है। बीजेपी का एक नेता नहीं बल्कि हर कोई अखिलेश यादव पर हमला बोल रहा है। आज हरदोई से गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि छापेमारी होते ही अखिलेश के पेट में दर्द हो गया।
आपको बता दें कि आज पीयूष जैन के कन्नौज के घर में जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम लगातार छठे दिन भी कार्रवाई में जुटी है। कन्नौज में पीयूष जैन के घर SBI की टीम बड़े-बड़े बक्सों के साथ पहुंची है। इन बक्सों में बरामद नोट को ले जाया जाएगा। खबरों के मुताबिक पीयूष जैन के घर से मिले 23 किलो गोल्ड की जांच DRI करेगी। डीआरआई की टीम अब पता लगाएगी कि ये सोना कहां से आया। शक है कि ये सोना दुबई से आया है। कानून अपना काम कर रहा है लेकिन यूपी में छापे पर छापेमारी युद्ध चल रहा है अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि इत्र वाले काले कुबेर का कौन सियासी मित्र है।
ऐसे में सवाल है-
छापेमारी शुद्ध ...फिर क्यों राजनीतिक युद्ध ?
पीयूष जैन मोहरा... काले कुबेर का कौन असली चेहरा ?
पीयूष जैन पर रेड से किसको दर्द ?
काले कुबेर पर कौन 'सफेद झूठ' बोल रहा ?
योजनाओं पर क्रेडिट..काली कमाई पर चुप्पी क्यों ?