लोगतंत्र में आज सबसे पहले बात पंजाब की। जहां सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moosewala) की हत्या के 52 दिन बाद पुलिस ने मर्डर में शामिल दो गैंगस्टर को मार गिराया है। वैसे भी कहते हैं कि अपराधियों के हौंसले तब की बुलंद रहते हैं। जब पुलिस की टीम सही से कार्रवाई नहीं करती है। पंजाब की पुलिस ने बिल्कुल पाकिस्तान बॉर्डर से ठीक पहले गैंगस्टर जगरुप रुपा और मन्नू कूसा को एक गांव में घेरा और घंटों तक चली मुठभेड़ के बाद मार गिराया। दोपहर के वक्त में खबर यही आई थी कि अटारी के एक गांव में सैकड़ों पुलिस के जवानों ने गैंगस्टर को घेर लिया। फिर मुठभेड़ के दौरान पहले गैंगस्टरों ने गोली चलानी शुरू की और फिर कार्रवाई आगे बढ़ती रही। हालांकि इस दौरान तीन पुलिसकर्मियों के घायल हो गए।
कार्रवाई खत्म होने पर पुलिस की तरफ से जानकारी दी गई कि गैंगस्टर्स के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं। साथ ही AK 47 और विदेशी पिस्टल, बड़ी संख्या में कारतूस और मैग्जीन बरामद किए गए हैं। ये पहले से ही कहा जा रहा था कि इन बदमाशों के पास जो हथियार हैं। उसी हथियार का इस्तेमाल मूसेवाला की हत्या में किया गया है।
करीब 4 घंटे तक गैंगस्टर और पंजाब पुलिस के बीच एनकाउंटर चलता रहा। पंजाब पुलिस ने छिपे हुए गैंगस्टरों के खिलाफ बड़ी तैयारी की और फिर इसे अंजाम दिया। हमारी ये रिपोर्ट आपको बताएगी कि जिस गैंगस्टर को पुलिसवालों ने मार गिराया है। उसे क्यों जिंदा पकड़ने की कोशिश थी। साथ ही मुठभेड़ के दौरान और क्या-क्या हुआ।