- रिचर्ड ब्रैनसन ने अंतरिक्ष का ऐतिहासिक सफर पूरा कर लिया
- वह अंतरिक्ष में पहुंचने वाले दुनिया के पहले अरबपति बन गए हैं
- ब्रैनसन के साथ भारत की बेटी शीरिषा बांदला ने भी रिकॉर्ड बनाया
न्यू मेक्सिको : ब्रिटेन के अरबपति कारोबारी रिचर्ड ब्रैनसन अंतरिक्ष में पहुंचने वाले दुनिया के पहले अरबपति बन गए हैं तो उनके साथ-साथ उनकी टीम मेंबर्स ने भी कई रिकॉर्ड अपने नाम किए। इनमें शीरिषा बांदला भी हैं, जो अंतरिक्ष की सैर करने वाली भारतीय मूल की तीसरी महिला बन गई हैं, जबकि भारत में जन्म लेने वाली वह दूसरी महिला हैं, जिन्होंने अंतरिक्ष तक की उड़ान की उपलब्धि अपने नाम की है।
बांदला वर्जिन गैलेक्टिक के उस अंतरिक्ष मिशन की अहम सदस्य हैं, जिन्होंने न्यू मेक्सिको से अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी है। वर्जिन गैलेक्टिक के अंतरिक्षयान 'यूनिटी 22' से रिचर्ड ब्रैनसन सहित छह सदस्यों ने अंतरिक्ष के लिए बहुप्रतीक्षित और बहुचर्चित उड़ान रविवार, 11 जुलाई को भरी। 34 साल की शीरिषा वर्जिन गैलेक्टिक के इस अंतरिक्ष मिशन में चौथे नंबर की अंतरिक्ष यात्री हैं और उनकी भूमिका 'रिसर्चर एक्सपीरियंस' है।
शीरिषा बांदला ने ये रिकॉर्ड किया अपने नाम
रिचर्ड ब्रैनसन और टीम के पांच अन्य सदस्यों को लेकर 'यूनिटी 22' ने भारतीय समयानुसार रात करीब 8 बजे उड़ान भरी। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यह टीम अंतरिक्ष में पहुंचकर रॉकेट प्लेने से सुरक्षित लौट आई और इस तरह ब्रिटिश अरबपति रिचर्ड ब्रैनसन के इस अंतरिक्ष मिशन और टीम ने इतिहास रच दिया, जिसके लिए उन्होंने कई वर्षों तक रिसर्च किया। वे करीब चार मिनट तक अंतरिक्ष में रहे।
शीरिषा बांदला अंतरिक्ष में पहुंचने वाली भारतीय मूल की तीसरी महिला हैं। उनसे पहले यह उपलब्धि कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स के नाम रही। वहीं शीरिषा बांदला भारत में जन्मी दूसरी महिला हैं, जो अंतरिक्ष तक पहुंचीं। एरोनॉटिकल इंजीनियर शीरिषा बांदला का जन्म आंध्र प्रदेश के गुटूर में हुआ था, जबकि उनकी परवरिश अमेरिका में हुई। वहीं, कल्पना चावला का जन्म हरियाणा के करनाल में हुआ था।