- गत गुरुवार को आतंकियों ने राहुल भट्ट की गोली मारकर हत्या की
- इस हत्या के खिलाफ घाटी में कश्मीरी पंडितों का गुस्सा फूट पड़ा
- मनोज सिन्हा ने कहा है कि कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा की समीक्षा होगी
Rahul Bhatt Murder : बडगाम में राहुल भट्ट की हत्या के बाद से वहां कश्मीरी पंडितों में गुस्सा एवं आक्रोश है। कश्मीरी पंडित अपने लिए सरकार से सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। इस बीच, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पदाधिकारी इंद्रेश कुमार ने कश्मीरी पंडितों की हत्या पर विपक्ष की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे आतंकवाद के खिलाफ कश्मीरी पंडितों की लड़ाई में उनका साथ दें।
कश्मीरी पंडितों का गुस्सा जायज है-इंद्रेश कुमार
कुमार ने कहा, 'कश्मीरी पंडितों का गुस्सा जायज है लेकिन इससे भी बड़ी नाराजगी उन राजनीतिक दलों के खिलाफ धर्मनिरपेक्षता का नारा लगाते हैं। राहुल गांधी, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल और उद्धव ठाकरे चुप हैं। इनकी चुप्पी से ऐसा लगता है कि कश्मीरी पंडित इस देश के नागरिक नहीं हैं और इनके ऊपर होने वाले अत्याचार मायने नहीं रखते।'
'स्थानीय लोग कश्मीरी पंडितों का साथ दें'
आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि कश्मीरी हिंदुओं को घाटी में बसाने में केंद्र सरकार को मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'मैं कश्मीर के लोगों से अपील करता हूं कि वे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पंडितों का साथ दें। कश्मीर जब तक आतंकवाद से मुक्त नहीं होगा तब तक इस देश के लोग शांति से नहीं बैठेंगे और पंडितों के हक के लिए आवाज उठाते रहेंगे।'
कश्मीरी पंडितों का विरोध-प्रदर्शन
बता दें कि कश्मीरी पंडित एवं सरकारी कर्मचारी राहुल भट्ट की पिछले सप्ताह दो आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस हत्या के खिलाफ कश्मीरी पंडितों का आक्रोश फूट पड़ा। शुक्रवात को कश्मीरी पंडितों ने बडगाम सहित अन्य जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया। रविवार को केंद्रशासित प्रदेश के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने कहा कि घाटी में कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा की समीक्षा की जाएगी।
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वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में जारी सर्वे पर आरएसएस नेता ने कहा कि इस मामले में सच्चाई सामने आनी चाहिए। इससे देश को सही रास्ते पर आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।